राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 27 जून को उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात स्थित अपने जन्मस्थान परौंख गांव आएंगे। राष्ट्रपति बनने के बाद यह पहला मौका है, जब वे अपने जन्मस्थान आएंगे। उनके आने से पहले महज 10 दिन के भीतर परौंख की सूरत बदल गई। गांव में चौतरफा इंटरलॉकिंग और खड़ंजा निर्माण, नाला और नाली की सफाई के साथ ही राष्ट्रपति की कुल देवी पथरी देवी मंदिर का जीर्णोंद्वार शुरू हो गया। अफसरों ने गांव में डेरा डाल दिया है। 24 घंटे गांव में विकास कार्य चल रहे हैं।

मंदिर, अंबेडकर पार्क और इंटरलॉकिंग का चल रहा काम
परौंख के पथराई देवी मंदिर में टाइल्स और पत्थर लगाकर इसे चमकाया जा रहा है। मंदिर के सामने पड़ी जगह पर इंटरलॉकिंग का काम पूरा कराने के लिए ठेकेदार ने 45 मजदूरों को लगा रखा है। वहीं, दूसरी तरफ अंबेडकर पार्क और इंटरलॉकिंग सड़क बनाने के लिए भी जरूरत से चार गुना ज्यादा मजदूर लगाकर 24 घंटे में दो शिफ्ट में काम कराया जा रहा है। अफसरों ने भी गांव में डेरा डाल दिया है। राष्ट्रपति के आने से पहले उन्हें हर हाल में यह काम पूरा करना है।

दिन में तीन बार लग रही झाड़ू, बजबजाती नालियां और नाले साफ
गांव को चमकाने के लिए दिन में दो से तीन बार झाड़ू लगवाई जा रही है। इसके साथ ही सालों से बजबजा रही गांव के एक-एक नाले और नालियों की सिल्ट निकालकर चमकाने का काम चल रहा है। आसपास के 20 गांव के सफाई कर्मचारियों की ड्यूटी परौंख में लगा दी गई है। गांव का चप्पा-चप्पा चमकाया जा रहा है। जबकि इससे पहले कई गलियां इतनी गंदी थी कि वहां से निकलना भी मुश्किल हो गया था। गांव वालों को सफाई होने से भारी राहत मिली है।

पहली बार गांव में लग रही हैं स्ट्रीट लाइटें, तालाब भी चमकाया
बिजली विभाग की ओर से खंभे लगाने के साथ ही स्ट्रीट लाइट लगाने का भी काम तेजी से चल रहा है। अब रात में भी परौंख पूरी तरह से जगमग दिखेगा। इसके साथ ही गांव के दो तालाबों की भी सफाई कराई जा रही है। इससे पहले गांव में न ही स्ट्रीट लाइटें लगी थी और पहले कभी तालाब की सफाई हुई थी। गांव के लोगों का कहना है कि चलो लल्ला (राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद) के आने से गांव की रौनक तो बदल गई। अब वह गांव की हकीकत से भी राष्ट्रपति को रूबरू कराएंगे।

बदल गई झींझक और रूरा स्टेशन की सूरत, पटरियों पर भी रंग किया
राष्ट्रपति के आने की सूचना मिलने के बाद से सालों से खंडहर पड़े झींझक और रूरा रेलवे स्टेशन के भी दिन बहुर गए। झींझक स्टेशन पर ही राष्ट्रपति अपने परिवार के लोगों और क्षेत्रीय लोगों से 30-30 मिनट रुककर मुलाकात करेंगे। इसके चलते स्टेशन की मरम्मत के साथ ही रंगाई-पुताई, पंखे, ट्यूबलाइट समेत एक-एक चीज को सुधार दिया गया है। जिसके लिए सालों यात्रियों को संघर्ष करना पड़ रहा था।

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