बिहार में जारी बारिश के बीच पटना में गंगा का जल स्तर जिस रफ्तार से बढ़ा उसी रफ्तार से उतरने भी लगा है। हालांकि हाथीदह से भागलपुर तक गंगा के जलस्तर में वृद्धि जारी है। सूबे की अमूमन सभी नदियों में उतार-चढ़ाव का सिलसिला जारी है। पटना के बगल में श्रीपालपुर में पुनपुन के जलस्तर में मामूली वृद्धि हुई है। वहीं दूसरी ओर डिस्चार्ज घटने का असर गंडक और कोसी नदी पर दिखना शुरू हो गया है। कोसी लाल निशान से नीचे आ गई तो गंडक लाल निशान से उपर होते हुए भी खतरे से काफी नीचे है। 

24 घंटे के दौरान कई जिलों में हुई मूसलाधार बारिश 

जल संसाधन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, पिछले 24 घंटे के दौरान सीतामढ़ी, समस्तीपुर, मनेर और हाजीपुर में भारी वर्षा हुई है। सीतामढ़ी के ढेंग में 120 मिमी से अधिक बारिश रिकार्ड की गई, जबकि रोसड़ा में 107 मिमी और समस्तीपुर में 88 मिमी। पटना से सटे मनेर में 52 मिमी और हाजीपुर में 73 मिमी बारिश हुई है।

पटना में लाल निशान से नीचे है गंगा का जलस्‍तर 

इधर पुनपुन का जलस्तर सोमवार को 32 सेमी उपर चढ़ा है। श्रीपालपुर में यह नदी लाल निशान से करीब एक मीटर नीचे रह गई है। विभाग ने जानकारी दी कि पटना में दीघा घाट पर रविवार को गंगा का जलस्तर करीब 67 सेंटीमीटर ऊपर चढ़ा था, जो सोमवार को 1.80 मीटर से नीचे चला गया है। यहां अब यह नदी लाल निशान से 2.71 मीटर नीचे है। हालांकि, विभाग ने गांधी घाट में जलस्तर में मामूली बढ़ोतरी की जानकारी दी है। वहीं हाथीदह में गंगा 51 सेमी बढ़कर लाल निशान से 1.66 मीटर नीचे है।

मुंगेर में 1.5 मीटर चढ़कर लाल निशान से 2.75 मीटर नीचे है। भागलपुर में गंगा के जलस्तर में एक मीटर की वृद्धि दर्ज की गई है, बावजूद खतरे के निशान से अब भी 2.75 मीटर नीचे है। बूढ़ी गंडकर नदी मुजफ्फरपुर से खगडिया तक लाल निशान से काफी नीचे है। यही हाल अधवारा, खिराई और घाघरा नदियों का है।

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