IAS Success Story: अभी के समय में हर विद्यार्थी अपना लक्ष्य IAS, IPS ही रखते है. जिसकी तैयारी में विद्यार्थी दिन रात एक कर पूरी मेहनत के साथ सिविल सर्विस (UPSC) की परीक्षा में सामिल होते है. लेकिन कुछ विद्यार्थी ही इस कठिन परीक्षा में सफलता हासिल कर पाते है. आज के इस आर्टिकल में हम आपको एक ऐसे आईएएस के बारे में बताने जा रहे है. जिन्होंने तीसरे प्रयास में एआईआर में 9वी रैंक हासिल कर IAS बनी जिनका नाम गुंजन द्विवेदी(Gunjan Dwivedi) है.

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IAS Gunjan Dwivedi

IAS Success Story: गुंजन द्विवेदी(Gunjan Dwivedi) मूल रूप से उत्तर प्रदेश के लखनऊ की निवासी है. जिन्होंने वर्ष 2016 में पहली बार सिविल सेवा एग्जाम में सामिल हुई. जिसमे वो असफल रही. फिर उन्होंने दूसरी बार सिविल सेवा की एग्जाम दी किन्तु दूसरी बार भी गुंजन द्विवेदी को सफलता नही मिली. फिर बिना हर माने उन्होंने तीसरी बार एग्जाम देने का भी फैसला की और एग्जाम दी. और तीसरी बार में उन्हें सफलता मिली.

गुंजन द्विवेदी के पिता भी एक रिटायर्ड आईपीएस ऑफिसर थे

IAS Success Story: गुंजन द्विवेदी के पिता का नाम अशोक कुमार धर द्विवेदी(Ashok Kumar Dhar Dwivedi) था. जो की वो एक आईपीएस अफसर थे. वही उनकी माँ का नाम आभा द्विवेदी (Abha Dwivedi) है. साथ ही गुंजन द्विवेदी की एक बहन है. जिनका नाम उमंग द्विवेदी(Umang Dwivedi) है. जो की वो भी एक सिविल सर्वेंट है. गुंजन द्विवेदी बचपन से पढने लिखने में आगे रही है. इन्होने अपनी स्कूली पढाई लखनऊ से की है.

गुंजन द्विवेदी तीसरी प्रयास में हासिल की 9वीं रैंक

गुंजन द्विवेदी अपने 12th की पढाई के समय ही (UPSC) की तैयारी करने का मन बना ली थी. जिसके बाद स्नातक की पढाई पूरा होते ही उन्होंने सिविल सेवा (UPSC) की तैयारी में मेहनत और लगन के साथ लग गई. जिसके बाद वर्ष 2016 में पहली बार सिविल सेवा एग्जाम में सामिल हुई. जिसमे उन्हें असफलता हाथ लगी फिर उन्होंने बिना हार माने दूसरी बार सिविल सेवा एग्जाम में सामिल हुई और इस बार भी उन्हें हार का मुह देखना पड़ा. फिर भी उन्होंने बेझिझक तीसरी बार एग्जाम दी और तीसरी बार में गुंजन द्विवेदी ने पुरे देश में 9वीं रैंक प्राप्त की.और आईएएस बनी.