प्याज की कीमतों में अब तक की उछाल के बारे में चिंता की जा रही है, जो टमाटर के बाद एक और महंगाई का सवाल बन गया है। वर्तमान में टमाटर का दाम प्रति किलो 200 रुपये तक है जो उच्च गर्मियों के कारण प्याज के पैदावार में कमी के चलते हो रहा है। प्याज की कीमतें भी उच्च गर्मियों के कारण बढ़ रही हैं और अगस्त के अंत तक इसमें और वृद्धि की आशंका है।
महंगाई में अब प्याज की बारी है. ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है की टमाटर के बाद अब प्याज के दाम असमना छूने वाले है. अगस्त में अंत तक प्याज के दाम 80-100 रुपये प्रति किलो तक पहुंच सकती है. किसानों के द्वारा की जाने वाली खेती बुआई से पहले के मौसम और बारिश की पूर्वानुमान के अनुसार प्याज की पैदावार इस बार कम हो सकती है। यह खेती के क्षेत्र में तनाव के कारण भी हो सकता है, जो इससे भविष्य में उच्च मूल्यों की ओर इशारा कर रहा है।
प्याज और टमाटर के मूल्य के उछाल के चलते, आम जनता को खरीदारी के लिए भी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। गरीब आदमी अब टमाटर और प्याज खाना बंद ही कर देगा अगर महंगाई इस तरह बढती रही तो | यह समस्या खासकर गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों को प्रभावित कर रही है, जो अपनी रोज़गार की उच्च मूल्यों से निपटने में भी संघर्ष कर रहे हैं।
सरकार को इस समस्या को समझने और समय पर उचित उपाय उत्पन्न करने की आवश्यकता है। कालाबाजारी से बचने के लिए सख्त कदम उठाना चाहिए | खेती में नई तकनीकों और उत्पादन प्रक्रियाओं का उपयोग करने के लिए उत्पादक किसानों को प्रोत्साहित करना चाहिए जो पैदावार में वृद्धि कर सकते हैं। साथ ही, उच्च मूल्यों को संभालने के लिए अनुदान और सब्सिडी योजनाओं को भी मजबूत करने की जरूरत है।
उच्च मूल्यों के समय में, हम सभी को खरीदारी के लिए सावधान रहने और अपनी खर्चों को प्रबंधित करने की जरूरत है, ताकि हम इस महंगाई के समय में भी स्थिर रह सकें। साथ ही, सरकार से निवेदन है कि वे उच्च मूल्यों को संभालने के लिए उचित उपाय निकालें और आम जनता को इस समस्या से राहत प्रदान करें।