भारतीय रेलवे ने यात्रीगण के लिए और स्थानीय लोगो के आर्थिक विकास को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से ‘अमृत भारत स्टेशन स्कीम’ (Amrit Bharat Station Scheme) की शुरुआत की है, जिसका उद्देश्य देश के 508 प्रमुख रेलवे स्टेशनों की सूरत पर बदलाव और पुनर्निमाण करना है। अब शहर के खुबसूरत मॉल के तरह चमकने लगेगा देश का सभी रेलवे स्टेशन.
Amrit Bharat Station Scheme के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी रेलवे स्टेशनों के पुनर्निमाण की आधारशिला रखेंगे, जिससे यात्रीगण को बेहतर और सुविधाजनक यात्रा का मौका मिले और स्थानीय लोगो को भी आर्थिक विकास की संभावनाएँ प्राप्त हों। गुटका और पान खाकर थूकने पर जुर्माना भरने के लिए तैयार रहे.
अमृत भारत स्टेशन स्कीम की प्रमुख विशेषताएँ
- सौंदर्यिक सुधार: अमृत भारत स्टेशन स्कीम (Amrit Bharat Station Scheme) के तहत, स्टेशनों के दृश्य, वातावरण और सामुदायिक स्थलों में सौंदर्यिक सुधार किए जाएंगे, ताकि यात्रीगण का यात्रा का अनुभव आनंदमय और आकर्षक हो।
- इंफ्रास्ट्रक्चर और सुविधाएँ में बदलाव: स्कीम के द्वारा स्टेशनों के इंफ्रास्ट्रक्चर को मोड़ने और ताजगी देने का भी लक्ष्य है। स्टेशन की सामग्री, स्थान और सुविधाएँ अपग्रेड की जाएंगी ताकि यात्रीगण को बेहतर सेवाएं प्राप्त हों।
- स्वच्छता और सफाई: इस स्कीम के तहत स्टेशनों की स्वच्छता और सफाई को बढ़ाने के उपाय किए जाएंगे, ताकि स्थानीय और बाहरी यात्रीगण को स्वच्छ और आकर्षक माहौल मिले।
- सामुदायिक विकास: स्थानीय लगो के आर्थिक विकास को प्रोत्साहित करने के लिए स्कीम विभिन्न योजनाएं प्रदान करेगी, जो उनकी आर्थिक स्थिति को सुधारेगी।
अमृत भारत स्टेशन स्कीम के तहत राज्यों के आधार पर स्टेशनों की संख्या इस प्रकार हैं
- उत्तर प्रदेश: 55 स्टेशन
- राजस्थान: 55 स्टेशन
- बिहार: 49 स्टेशन
- महाराष्ट्र: 44 स्टेशन
- पश्चिम बंगाल: 37 स्टेशन
- मध्य प्रदेश: 34 स्टेशन
- असम: 32 स्टेशन
- ओडिशा: 25 स्टेशन
- पंजाब: 22 स्टेशन
- गुजरात: 21 स्टेशन
- तेलंगाना: 21 स्टेशन
- झारखंड: 20 स्टेशन
- आंध्र प्रदेश: 18 स्टेशन
- तमिलनाडु: 18 स्टेशन
- हरियाणा: 15 स्टेशन
- कर्नाटक: 13 स्टेशन
यह स्कीम भारतीय रेलवे के स्थानीय लोगो और यात्रीगण के लिए नए दिशा-निर्देश स्थापित करने का प्रयास है, जिससे उन्हें बेहतर और सुविधाजनक यात्रा का मौका मिले और स्थानीय लोगो को भी आर्थिक विकास की संभावनाएँ प्राप्त हों। यह स्कीम देश के स्टेशनों को एक नई पहचान और स्थानीय समुदायों के उत्थान की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।