Success Story: दोस्तों अभी के समय के अनुसार गिन्दगी में जिन लोगो को का हाथ पैर सलामत नही है वो लोग हमेशा अपने भाग्य को कोसते रहते है. ऐसे ही कुछ लेख है. स्वप्ना ऑगस्टाइन (Swapna Augustine) की. जिनको 12वर्ष तक लगता था की उनके हाथ को अभी बाहर आने का समय नही हुआ है.
Success Story In Swapna Augustine: लेकिन बाद में धीरे- धीरे स्वप्ना ऑगस्टाइन (Swapna Augustine) का यह भ्रम भी दूर हो गया और उनको यह एहसास हो गया की उनका हाथ उनके शरीर से बहार नही आने वाले है. लेकिन स्वप्ना ऑगस्टाइन को इस बात को लेकर ज्यादा दुःख नहीं हुआ. फिर स्वप्ना ऑगस्टाइनने अपने पैरो को अपना हाथ बना ली.
Success Story: स्वप्ना ऑगस्टाइन (Swapna Augustine) ने अपने सभी काम हाथो के जगह पर पैरो से करती है. अपने पैरो से वो इतना अच्छा कला दिखाती है की उनकी कलाकारी को दुनिया देखती रह जाती है. स्वप्ना ऑगस्टाइनने मूल रूप से केरल के एर्नाकुलम के पोथनीकाड सहर की रहने वाली है.
Success Story: और उनका जन्म 21 जनवरी 1975 को हुई थी. स्वप्ना ऑगस्टाइनने (Swapna Augustine) जन्म से विकलांक पैदा हुई थी. स्वप्ना ऑगस्टाइन के पिता का नाम ऑगस्टाइन है जो की खेती बारी करते थे. और ऑगस्टाइन की माँ का नाम सोफी है जो की अपना घर में गृहणी का कम करती है.
Success Story: स्वप्ना ऑगस्टाइन (Swapna Augustine) को पेंटिंग करना ड्राइंग करने का बहुत शौख था उन्होंने अपने पैरो से ही बहुत अच्छी और तरह तरह के पेंटिंग तैयार करती थी. स्वप्ना ऑगस्टाइन जब 4 वर्ष की थी तभी से उन्होंने कलम हाथ में लेकर पढना और ड्राइंग का कम सूरी की थी. फिर अलप्पुझा के सेंट जोसेफ कॉलेज से स्नातक की पढाई की.
स्नातक की पढाई पूरा होने के बाद स्वप्ना ऑगस्टाइन ने आपना पूरा ध्यान पेंटिंग तथा ड्राइंग पर देने लगी. एक दिन उनको इस पेंटिंग बनाने में बहुत बरी सफलता मिली.