किसान को हुई तीन बेटी, अफ़सोस नहीं किया, बेटी को दिए अच्छे संस्कार, सेल्फ स्टडी से तीनो बनी अफ़सर

मंजिले उन्ही को मिलती है जिनके सपनों में जान होती है . पंखों से कुछ नहीं होता हौसलों से उड़ान होती है. इसी का उदाहरण पेश किया है किसान सहदेव सहारण की तीन बेटियां . जो सिविल सेवा परीक्षा पास कर पुरे गाँव के लिए और अन्य दूसरी लड़कियों के लिए मिसाल बन गई है. बता दें की एक ही परिवार की तीन बहने एक साथ अफ़सर बन गई है.

सहदेव सहारण राजस्थान के हनुमानगढ़ के भरूसरी गांव से है. किसान सहदेव सहारण की तीन बेटियां रितु ,अंशु और सुमन ने सिविल सेवा परीक्षा पास कर के अफसर बन गई है. अंशु को RPSC 2022 Results में 31वी रैंक मिला है, वहीँ बहन ऋतु को 96वी रैंक तो छोटी बहन सुमन को 98वी. रैंक मिली है. सरकारी नौकरी की खबर सुनते ही पुरे परिवार में ख़ुशी का माहौल है.

सहदेव सहारण एक साधारण किसान है. जिसके कारण उनके घर की स्थिति बहुत खराब होने के कारण उनके तीनों बेटियां बिना कोचिंग के सिविल सर्विसेज की तैयारी की. सेल्फ स्टडी करते हुए अपनी मेहनत से मुकाम हासिल कर ली. इंडिया टाइम्स के रिपोर्ट के अनुसार तीनों बहने प्रारंभिक शिक्षा अपने गांव के स्कूल से पूरी की. तीनों बहन में एक राजस्थान में सहकारी विभाग में ऑफिसर है . और दूसरी बहन वीडियो के पद पर है, जबकि तीसरी बहन ने राजस्थान प्रशासनिक सेवा परीक्षा पास करके अधिकारी बन चुके हैं. जिन्होंने UGC नेट क्वालीफाई की . अब दिनों बहाने दूसरे के लिए प्रेरणास्रोत बन गई.