बिहार के लोग बालू को लेकर अक्सर परेशान रहते है बताया जा रहा है की अब बिहार के लोगों को चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है | बिहार में बालू संकट को दूर करने के लिए बिहार सरकार, प्रशासन के ओर से कई कदम उठाए जा रहे हैं. खबर है की 80 घाटों पर बालू की खनन की प्रक्रिया चालू हो गई है | पिछले 11 अप्रैल को इस बात की चर्चा की गई थी लेकिन अभी तक अधिकारिक तौर पर इस बात पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है | ऐसा माना जा रहा है कि बालू के नीलामी की प्रक्रिया में अगले कुछ सालों तक दिक्कत नहीं होगा |
रिपोर्ट लगभग है तैयार : आपको बता दे की रिपोर्ट तैयार होने से पहले बिहार सरकार चाहती है कि पहले सारी कानूनी प्रक्रिया पूरी हो जाए | ताकि जब बालू खनन की समय आये तो किसी तरह का अर्चन न आये | खबर है कि राज्य के 80 या इससे अधिक घाटों पर बालू का खनन किया जाएगा जिससे राज्य भर में बालू सभी लोगों को आसानी से मिल जाएगा |
पटना, अरवल एवं गया बांका के इन इलाके पर मंजूरी : पटना जिला – रागनियाडीह, बहादुरगंज, जरखा, महाबलीपुर, रामपुर वाइना, महुआर, देवदाहा, मसाढ़ी, पाभेरा, सतपरसा, तिकुल, रूपापुर, आनंदपुर, रानीतालाब, खिरोधारपुर, रानीपुर, चकमिकी, आदमपुर, सिकंदरपुर, समनपुरा, छपरा, सोहसा, चपरा, खैरा, मगलापुर, मसदपुर, सोनभद्र, सादीपुर, तिनेरी पोचाकंड, बिहटो शारित, केंदुआ, परेवा, पारुहारा, रामचौरा, खेसारी, लारपुर, मारनपुर, लखनौरी (2), रनगांव, दामोहन, खचमचिया, गोविंदपुर, खुदबदी, सबलपुर, पेर, बरोधा. चौड़ा, सहोरा, मझली मथानी, गोधा बहियार, बघौनिया, सारम व गोदिया, पटवे भोरवा, मालदौन, मझायारा, जितवारपुर, बिशनपुर
साथ ही बैरिया, बैजुआ अल्फा, बेलवा, बिनाकी खैरा, परसौनी, नारायणपुर, धनहा, मछहा चिनवलिया, डुमरी, बलुही खैरा, खैरा, वैशाली जिला – हरौली, चंद्रालय, हटारो, औरंगाबाद जिला – परैया, जहानाबाद जिला – सुलतानपुर, बक्सर जिला – मौजा खोरमपुर, लखीसराय जिला – सूरजगढ़ा