बिहार में नौकरी की दूसरे राज्यों से कुछ ज्यादा ही क्रेज है। लोगों को ख्वाहिश होती है, नौकरी चाहे जैसी भी हो, अच्छी होना चाहिए। इसके चक्कर में इंजीनियर भी फोर्थ ग्रेड इम्पलाई (Fourth Grade Employee) बनने के लिए फॉर्म भरते रहते हैं। बता दे कि टाटा ग्रुप के अलग-अलग ग्रुप लगभग 20 कम्पनी में बिहार के बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने की योजना तैयार कर रही है | इस उद्देश्य से राज्य सरकार ने सभी 149 औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आइटीआइ) को सेंटर आफ एक्सीलेंस बनाने के लिए 5436 करोड़ रुपये की योजना बनाई है।
आपको बता दे कि बिहार सरकार के वर्तमान श्रम संसाधन और सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री जिवेश कुमार ने पिछले गुरूवार को बताया कि इस योजना के तहत पहले चरण में 2022-23 वित्तीय वर्ष में 60 आइटीआइ को सेंटर आफ एक्सीलेंस बनाया जाएगा, जहां उद्योग क्षेत्र की उन्नत तकनीक (एडवांस टेक्नोलाजी) और नए उद्योग की जरूरतों के हिसाब से प्रशिक्षित कर युवाओं को तैयार किया जाएगा।
बताया जा रहा है की सभी युवाओं को टाटा के अलग-अलग 19 कम्पनी में रोजगार दिया जाएगा | इसके लिए टाटा टेक द्वारा 23 नए एडवांस कोर्स आरंभ किए जाएंगे। दूसरे चरण में 89 आइटीआइ को सेंटर आफ एक्सीलेंस बनाने का कार्य पूरा होगा। एमओयू के तहत आइटीआइ को सेंटर आफ एक्सीलेंस बनाने में योजना लागत की 12 प्रतिशत राशि बिहार सरकार खर्च करेगी, जबकि टाटा टेक द्वारा 88 प्रतिशत राशि खर्च की जाएगी |
ये नए कोर्स किये जायेंगे शुरू : फैशन टेक्नोलाजी, आटोमोबाइल्स टेक्नोलाजी, कार पेंटिंग, आटोबाडी रिपेयर, वेल्डिंग, प्लास्टिक डाई इंजीनियरिंग, सीएनसी मिलिंग, सीएनसी टर्निंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग डिजायन, रोबोट सिस्टम इंटीग्रेशन, एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग, डिजिटल कंस्ट्रक्शन, इलेक्ट्रानिक्स, इलेक्ट्रिकल इंसटालेशन, रेफ्रिजरेशन एंड एयर कंडीशनिंग, मोबाइल रोबोटिक्स, मेकाट्रोनिक्स, इंडस्ट्रियल कंट्रोल, वाटर टेक्नोलाजी,
एवं आइटी साफ्टवेयर साल्यूशन फार बिजनेस, वेब टेक्नोलाजी, क्लाउड कंप्यूटिंग, साइबर सुरक्षा, आइटी नेटवर्क सिस्टम एडमिनिस्टे्रशन, मोबाइल एप्लिकेशंस डेवलपमेंट, ग्राफिक डिजाइन टेक्नोलाजी, थ्री डी डिजिटल गेम आर्ट, प्रिंट टेक्नोलाजी, इंडस्ट्रियल डिजाइन टेक्नोलाजी, पेंटिंग एंड डेकोरेटिंग, प्लबिंग एंड हीटिंग, विजुअल मर्चेंडाइजिंग, इनफारमेशन नेटवर्क केबलिंग।