बिहार के रेल यात्रियों के लिए यह बहुत ही अच्छी खबर है. बता दे की भारत और नेपाल के बीच आज से मैत्री ट्रेन सेवा की शुरुआत की गई. भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा (Nepal PM Sher Bahadur Deuba) ने 2 अप्रैल को इसका दिल्ली से वर्चुअल उद्धाटन किया. उद्धाटन समारोह के लिए नेपाल के प्रधानमंत्री शेरबहादुर देउबा दिल्ली पहुंच थे. पाकिस्तान और बांग्लादेश के बाद अब भारत और नेपाल के बीच भी ट्रेन सेवा शुरू हो गई है. मुख्य उद्धाटन समारोह जयनगर में आयोजित की गई थी.
India Nepal Maitree Train की शुरुआत: बताते चले की बिहार के मधुबनी जिला स्थित जयनगर से नेपाल के जनकपुरधाम होते हुए कुर्था तक ट्रेन सेवा की शुरुआत 2 अप्रैल से हो गई है. भविष्य में इसे वर्दीवास तक बढ़ाया जाएगा. आज पीएम मोदी और नेपाल के पीएम शेर बहादुर देउबा संयुक्त रूप से दिल्ली में इसका वर्चुअल तरीके से उद्धाटन किया. वहीं, डीआरएम आलोक अग्रवाल ने बताया कि सभी तैयारियां पूरी कर ली गई थी. वहीं, उद्धाटन के बाद रेल कर्मियों और अधिकारियों को लेकर ट्रेन कुर्था के लिए रवाना हो गई. 3 अप्रैल से यात्रियों के लिए परिचालन शुरू हो जाएगा.
सिर्फ भारतीय और नेपाली नागरिकों को मिलेगा लाभ: आपको बता दे की इस ट्रेन सेवा का सिर्फ भारतीय और नेपाली नागरिकों को सुविधा मिलेगी अन्य देश के नागरिक इस ट्रेन में सफर नहीं कर सकेंगे. जिसको लेकर रेलवे बोर्ड ने एसओपी जारी किया है. लगभग 8 सालों से बंद इस ट्रेन सेवा की शुरुआत होने से यात्रियों में काफी खुशी है.
यात्रा के दौरान फोटो पहचान पत्र रखना अनिवार्य: जानकारी के लिए बता दें कि 2014 से इस रेल मंडल के जयनगर से जनकपुर के बीच चलने वाली ट्रेनों का परिचालन बंद है. भारत और नेपाल के बीच निर्माणाधीन जयनगर-बिजलपुरा-बर्दीबास रेल परियोजना के प्रथम चरण में जयनगर-जनकपुर/कुर्था रेलखंड जयनगर-बिजलपुरा-बर्दीबास (69.08 किमी) परियोजना है. रेल सेवा प्रारंभ होने की स्थिति में भारत और नेपाल के बीच ट्रेन से यात्रा करने वाले भारतीय नागरिकों के लिए यात्रा के दौरान निर्धारित पहचान पत्रों में से कोई एक फोटो युक्त पहचान पत्र मूल रूप में रखना अनिवार्य होगा.