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जिस दादी ने जाना ही नहीं स्कूल क्या होता है वह आज अपने किचन से कमा रही हैं लाखो रुपये !

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जीवन में ऊंचाईयों को छूने के लिए इंशान के अन्दर धैर्य होनी चाहिए | क्योंकि लगन से आप किसी भी उम्र में कुछ भी करके जीवन में सफलता प्राप्त कर सकते हैं. आपको अन्य लोगों के प्रति जो सहायता प्रदान करते हैं, उसमें आपको अधिक भेदभावपूर्ण होना होगा. इसी इच्छाशक्ति के दम पर स्कूल नहीं जाने वाली दादी ने आज यूट्यूब से लाखों रुपये कमाए हैं. इस दादी ने दिखाया है कि आप किसी भी उम्र में कुछ नया शुरू कर सकते हैं और सफलता प्राप्त कर सकते हैं. आइए अब पता करते हैं.

आपको बता दे की इस दादी का नाम सुमन धामने है. इस दादी ने आसानी से यूट्यूब शुरू कर दिया था. दादी कहती है “मैंने इस पर वीडियो बनाना शुरू कर दिया. उनके हस्तशिल्प को महाराष्ट्र में काफी पसंद किया जाने लगा. लोगों को दादी का बना खाना पसंद आने लगा.” दादी ने भी अपना मसाला बेचना शुरू कर दिया. इस मसाले की आज पूरी दुनिया में मांग है. सुमन धामने दादी का सरोला कसार गांव अहमदनगर से 10 किमी दूर है. सुमन दादी ने अपने चैनल पर 150 से ज्यादा वीडियो शेयर किए हैं. लॉकडाउन में सुमन का चैनल काफी चर्चित रहा. उस समय उनके चैनल के सब्सक्राइबर भी काफी बढ़ गए थे. दादी के पोते यश पाठक जब 8वीं कक्षा में थे तो एक यूट्यूब चैनल चलाते थे. इसलिए मेरी दादी का चैनल शुरू हुआ.

बताया जा रहा है की दादी कैमरे के सामने बोलने से भी डरती थीं. धीरे-धीरे उनका डर कम होता गया. दादी का चैनल बहुत तेजी से बढ़ा. पहले महीने में ही उनके चैनल के 1 लाख सब्सक्राइबर हो गए थे. दादी फिलहाल डेढ़ से दो लाख रुपये महीने कमाती हैं. दादी द्वारा शुरू से शुरू किया गया चैनल आज 10 लाख से अधिक ग्राहकों वाला चैनल बन गया है. जब मैंने आसानी से अपना समय बिताने के लिए चैनल शुरू किया तो सुमन जी ने भी नहीं सोचा था कि चैनल इतना सफल होगा. आज पूरा महाराष्ट्र उन्हें अपनी दादी के नाम से जानता है. दादी का जन्म नगर पुणे रोड स्थित सुपा गांव में हुआ था. इनकी 5 बहनें और 4 भाई हैं. उन्होंने अपनी मां और बहू से खाना बनाना सीखा. बाद में उन्होंने शादी कर ली और उन्होंने अपनी सास से खाना बनाना भी सीखा.

दादी के खाने की खासियत यह है कि वह इसे पूरी तरह से गवरन स्टाइल में और अपने हाथों से बने मसालों से बनाती हैं. पोते की सफलता के कारण दादी को वीडियो बनाने का विचार आया. यदि यश अजी से पावभाजी बनाने के लिए कहता है, तो अजी से नहीं पूछा जा सकता. तब यश ने यूट्यूब पर दादी को रेसिपी दिखाई. यह देखकर दादी ने स्वादिष्ट पावभाजी बनाई. इससे यश ने अपनी दादी से उनके लिए एक वीडियो बनाने को कहा. इसलिए दादीने एक चैनल शुरू करने का फैसला किया. चैनल शुरू हुआ और पहला वीडियो कारमेलाइज्ड सब्जियों का था. दादी का पहला वीडियो कड़वा था लेकिन चैनल बनाने का उनका फैसला बहुत प्यारा था. आज उनके चैनल के 11 लाख 80 हजार सब्सक्राइबर हैं. दादी को चैनल से इतना लगाव है कि वह लगातार वीडियो पोस्ट करती रहती हैं.

खबरों की माने तो दादी भी कभी हैकिंग की चपेट में आ गई थीं. किसी ने उनका चैनल हैक कर लिया था. दादी इतनी परेशान हुईं कि उन्होंने खाना तक छोड़ दिया. लेकिन पोते यश ने काफी मशक्कत के बाद चैनल को वापस पा लिया और दादी ने अपने चैनल पर सभी पोते-पोतियों से मुलाकात की. दादी को यूट्यूब से एक गोल्डन प्ले बटन भी मिला. अपनी दादी और पोते यश द्वारा शुरू की गई, वह आज लाखों रुपये कमा रही है. क्योंकि उनके वीडियो को आज लाखों लोग देखते हैं, जिससे वह यूट्यूब पर अच्छी खासी कमाई करती हैं. इतना ही नहीं, इन हाथ से बने मसालों की मदद से लोगों की डिमांड भी है. वे आज लोगों को अपना मसाला भेजते हैं.

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