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प्रेरणा: 10वीं में सिर्फ 44.5 प्रतिशत नंबर मिले थे, लालटेन में पढ़ाई कर IAS अफसर बने

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UPSC (Union Public Service Commission) की परीक्षा को अपने आप में सबसे कठिन और कड़ा एग्जाम माना जाता है | ऐसा कहा जाता है कीं अगर इंसान ठान ले तो वो दुनिया में कुछ भी कर गुजर सकता है | असंभव (impossible) की भी एक न एक दिन शुरुआत करनी ही पड़ती है | और जब उसे सफलता मिलती है तो वही शख्स आने वाले पीढ़ी के लिए मार्ग दर्शन का कारण बनते हैं |

बता दे की जो युवा आईएएस अधिकारी बनने का सपना देखते हैं. उनके लिए 2009 बैच के आईएएस अधिकारी अवनीश शरण एक मिसाल हैं. अवनीश को 10वीं में सिर्फ 44.5 प्रतिशत अंक मिले थे. बावजूद इसके उन्होंने आईएएस अधिकारी बनने का सपना देखा और खुद को स्कूली दिनों से ही तैयार करना शुरू कर दिया था. आगे 65 प्रतिशत अंकों के साथ 12वीं और 60.7 फीसदी नंबरों के साथ ग्रेजुएशन की परीक्षा पास कर वो अपनी तैयारी में जुट गए.

अवनीश ने UPSC (Union Public Service Commission) की तैयारी करते समय तमाम तरह की कठिनाईयों का सामना किया. अपने एक इंटरव्यू के दौरान अवनीश ने बताया था कि उनका जीवन बहुत ही संघर्ष भरा रहा है. घर में लाइट नहीं होने के कारण उन्हें लालटेन की रोशनी में अपनी पढ़ाई करनी पड़ी. हालांकि, वो कभी भी निराश नहीं हुए. अंतत: अपनी मेहनत, लगन वो आईएएस बनने में सफल रहे . यूपीएसी में 77 रैंक लाकर उन्होंने अपने परिवार का नाम रोशन किया था.

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