apanabihar.com25741

UPSC (Union Public Service Commission) की इम्तिहान को अपने आप में सबसे कठिन और कड़ा इम्तिहान माना जाता है | असंभव की भी एक न एक दिन शुरुआत करनी ही पड़ती है | और जब उसे सफलता मिलती है तो वही शख्स आने वाले पीढ़ी के लिए मार्ग दर्शन का कारण बनते हैं | आपको बता दे की इसमें टॉप रैंकर्स बनते हैं आईएएस। ये टॉप रैंकर्स कैसे बनते हैं, इसका फिक्स फार्मूला तो अब तक किसी को नहीं मिला लेकिन बिहार की धरती इन टॉपर्स को पैदा करने में आज भी दूसरे नंबर पर है। देश भर के कुल 4925 आईएएस अधिकारियों में 462 अकेले बिहार से हैं। यानी, 9.38 प्रतिशत टॉप ब्यूरोक्रेट्स बिहारी हैं।

Also read: बिहार के 8 जिलों में होगी भारी बारिश, जाने IMD अलर्ट

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार 1972 से 2016 तक, यूपीएससी में सबसे ज्यादा टॉपर देने वाले राज्यों के लिस्ट में बिहार सबसे ऊपर हैं। इस मामले में बिहार उत्तर प्रदेश के साथ संयुक्त रूप से पहले स्थान पर है। दोनों प्रदेश ने 5-5 यूपीएससी टॉपर दिए हैं।

Also read: बिहार में अचानक बदला मौसम, इन जिलों में गर्मी से मिलेगी राहत होगी बारिश

  • बिहार से आईएएस अधिकारी बनने के मामले में सबसे सुनहरा वक्त 1987 से 1996 के बीच रहा था।
  • इस दौरान यूपीएससी के जरिए कुल 982 आईएएस अधिकारियों का चयन हुआ, जिसमें अकेले बिहार से 159 अधिकारी शामिल थे। उस समय बिहार से आईएएस बनने की दर 16.19 फीसदी रही।

पिछले दो दशकों में कुल चयनित 3252 आईएएस अधिकारियों में बिहार से हैं 233

Also read: बिहार को भीषण गर्मी से मिलेगी राहत, दो दिनों तक होगी बारिश

देश की प्रशासनिक व्यवस्था को संभाल रहे 4925 आईएएस में से 462 बिहार से

Also read: बिहार में इस दिन से होगी मूसलाधार बारिश, इन जिलों में चलेगी तेज हवा

बिहार का प्रदर्शन : 2006 से 2016 तक की सिविल सर्विस एग्जाम में बिहार का रिजल्ट

वर्षबिहारदेश
201645952
2015491092
2014411093
201340963
201227881
201126888
201028852
200929765
200813635
200717451
200607406

आईएएस की संख्या में टॉप 10 राज्य

राज्य संख्या
उत्तर प्रदेश731
बिहार462
राजस्थान376
तामिलनाडु334
आंध्र प्रदेश267
महाराष्ट्र260
पंजाब233
दिल्ली218
हरियाणा192

Raushan Kumar is known for his fearless and bold journalism. Along with this, Raushan Kumar is also the Editor in Chief of apanabihar.com. Who has been contributing in the field of journalism for almost 4 years.