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जब upsc का परिणाम आया तो बिहार के toper शुभम (shubham) ने अपने पिता को फ़ोन पर बताया “हेलो पापा मैं टॉप कर गया.” यूपीएससी (upsc) की सिविल सेवा परीक्षा-2020 के टॉपर शुभम के पिता को अपने कानों पर ही विश्वास नहीं हुआ | लेकिन, जब बेटे ने दोबारा टॉप करने की बात कही तो उनकी आंखें छलक उठीं पिता-पुत्र दोनों एक साथ फोन पर ही रोने लगे. यूपीएससी टॉपर शुभम की उपलब्धि पर उनके परिवार के लोग मीडिया (media) से अपने बातें साझा करते हुए रो पड़े |

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विद्या विहार परोरा से छठी से दसवीं तक की पढ़ाई करने के बाद शुभम बोकारो चले गए. साल 2014 से 18 तक IIT मुंबई में सिविल इंजीनियरिंग से बीटेक पूरी की. साल 2019 में भी वह यूपीएससी (upsc) में 290 रैंक लाने के बाद फिलहाल इंडियन डिफेंस अकाउंट (diffence account) सर्विस पुणे में पदस्थापित हैं. आखिरी बार वह 16 अगस्त को वो कटिहार (katihar) अपने घर आए थे | उसके बाद से वो पुणे में ही थे |

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यूपीएससी (upsc) टॉपर शुभम के पिता देवानंद सिंह, (devanand singh) उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक के मैनेजर हैं. शुभम के पिता बताते हैं कि वे लोग कदवा प्रखंड के कुमरीही गांव के रहने वाले हैं. पूरा परिवार शिक्षा के प्रति कितना सजग है यह इस बात से साफ हो जाता है कि शुभम की बड़ी बहन अंकिता भी इंदौर में बड़े पद पर नौकरी में हैं. शुभम की मां पूनम देवी घरेलू महिला हैं और अपने बेटे की उपलब्धि पर बेहद खुश हैं |

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शुभम (shubham) के चाचा मणि कुमार सिंह चाहते हैं कि उनका भतीजा इस इलाके में बाढ़ की समस्या को देखते हुए इसके स्थायी निदान पर भी कुछ काम करें. चाची मधु कुमारी (madhu kumari) भी शुभम के बचपन से लेकर अब तक की उपलब्धि साझा करते हुए बेहद खुशी जताती हैं | और शुभम के ननिहाल में उनकी नानी कहती है की शुभम के नाना का सपना था की हमारे घर से भी कोई आईएस बने |

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Raushan Kumar is known for his fearless and bold journalism. Along with this, Raushan Kumar is also the Editor in Chief of apanabihar.com. Who has been contributing in the field of journalism for almost 4 years.