apanabihar 1 4

आपने वो कहावत तो सुनी होगी ‘दूध का दूध पानी का पानी’ (‘differentiate between truth and lie’) मतलब कि यह साफ हो जाना कि सच क्या है. लेकिन अब इसमें सिर्फ पानी (water) ही नहीं कई केमिकल्स की मिलावट की जाती है. जो शरीर के लिए बेहद हानिकारक (Harmful) है. दूध (milk) एक ऐसी चीज हैं जिसका रोजाना घरों में इस्तेमाल किया जाता है. आइए जानते हैं कुछ सामान्य सी जानकारियां जिनके जरिए दूध (milk) में मिलावट के बारे में पता लगाया जा सकता है.

Also read: बिहार के लिए चलेगी दर्जनों स्पेशल ट्रेन, जाने रुट के साथ किराया

सिंथेटिक दूध की पहचान (Identification of synthetic milk)

दूध (milk) में मिलावट की पहचान सूंघकर की जा सकती है. अगर इसमें साबुन (soap) की गंध आ रही है तो यह दूध (milk) सिंथेटिक है. क्योंकि असली दूध (milk) में साबुन (soap) की गंध नहीं आती है. वहीं, दूध की कुछ बुंदे एक कटोरी में डालकर हल्दी (Turmeric) मिलाएं. अगर हल्दी (Turmeric) तुरंत गाढ़ी न हो तो इसका मतलब इसमें मिलावट की गई है.

Also read: पटना, किशनगंज, कटिहार, खगड़िया, बेगूसराय जैसे शहरों से चलेगी वंदे भारत, बिहार को मिलेगी एक और वंदे भारत

यूरिया का इस्तेमाल (use of urea)

दूध (milk) को गाढ़ा करने के लिए यूरिया(urea) का इस्तेमाल भी किया गया हो सकता है. इसे चेक करने के लिए आप एक चम्मच (spoon) दूध (milk) को टेस्ट ट्यूब में डालें. उसमें आधा चम्मच सोयाबीन या अरहर का पाउडर डालकर अच्छी तरह मिला लें. कुछ देर बाद लाल लिटमस पेपर डालें, आधे मिनट बाद अगर रंग लाल से नीला हो जाए, तो दूध में यूरिया है.

Also read: मुजफ्फरपुर, हाजीपुर, पाटलिपुत्र के रास्ते दिल्ली के लिए चलेगी स्पेशल ट्रेन, जाने किराया

स्टार्च की मिलावट (starch tincture)

बाजार में मिलने वाले दूध (milk) में सबसे ज्यादा स्टार्च की मिलावट हो सकती है. इसलिए इसकी पहचान के लिए आप इसमें लोडीन का टिंर और लोडीन सॉल्यूशन में कुछ बूंदे डालें, अगर वह नीली (blue) हो गई तो समझ जाएं की ये दूध (milk) मिलावटी है.

Also read: गया-आनंद विहार-गया सुपरफास्ट स्पेशल ट्रेन के बढ़ाए गए फेरे, रुट

दूध का रंग बदलना (milk color change)

असली दूध (real milk) को स्टोर करने पर भी उसका रंग (color) नहीं बदलता है. लेकिन नकली दूध (fake milk) थोड़ी देर में ही पीला (yellow) पड़ने लगता है. असली दूध (real milk) उबालते समय अपना रंग नहीं बदलता है, जबकि नकली दूध (fake milk) पीला पड़ जाता है.

Raushan Kumar is known for his fearless and bold journalism. Along with this, Raushan Kumar is also the Editor in Chief of apanabihar.com. Who has been contributing in the field of journalism for almost 4 years.