तूफान ‘यास’ (Yaas Cyclone) बिहार प्रवेश कर चुका है। मंगलवार की सुबह चार बजे से ही तेज आंधी के साथ बारिश शुरू हो गई है। हवा की गति 150 किलोमीटर प्रति घंटा के आसपास है। बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर ने अलर्ट जारी किया है।
25 व 26 के लिए येलो और 27 व 28 के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। बताया जा रहा है कि मई माह तक भारी बारिश हो सकती है। तूफान की तीव्रता बिहार में ही समाप्त होगी।
बिहार कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विभाग के अनुसार दक्षिण, मध्य व पूर्वी बिहार में यास तूफान का असर ज्यादा होने की संभावना है। राज्य के जिलों में 25 से 30 मई के बीच मूसलधार बारिश की आशंका है। बारिश के दौरान वज्रपात होगी।
तेज हवा और तूफान के कारण पेड़ उखड़ सकते हैं। बिजली संकट उत्पन्न हो गया। रेलवे ने अपनी कई ट्रेन रद कर दी है। हवाई यात्रा पर भी असर पड़ेगा।
इस बीच भागलपुर में आज सुबह चार बजे से ही तेज हवा के साथ बारिश शुरू हो गई। बारिश शुरू होते ही बिजली काट दी गई है। इससे लोगों को काफी परेशानी है। शहर में जगह-जगह जलजमाव की स्थिति है। भोलनाथ पुल होकर गुजरना काफी मुश्किल हो गया है।
सड़कों पर पानी जम गया है। वहीं, बांका, मुंगेर, जमुई, लखीसराय, खगडि़या में भी सुबह से बारिश हो रही है। सीमांचल और कोसी के जिलों से भी तेज हवा के साथ बारिश होने की सूचना है।
पूर्णिया, अररिया, किशगनंज, कटिहार, सहरसा, सुपौल और मधेपुरा में लगातार बारिश जारी है। कहीं-कहीं से वज्रपात की भी सूचना मिल रही है। कोरोना काल में यास तूफान में और भी परेशानी बढ़ा दी है। बारिश से किसानों को काफी नुकसान होगा। आम, लीची और केला के फसलों को नुकसान की उम्मीद है। बीएयू ने भी किसानों को कई सलाह दी है।