UPSC Success Story: दोस्तों अगर आपके अन्दर प्रतिभा है न तो आप कहीं भी किसी भी क्षेत्र में सफलता हासिल कर सकते है प्रतिभा जात-पात अमीर-गरीब नहीं देखती है. दोस्तोनाज के इस खबर में हम जिस शख्स के बारे में बात कर रहे है उनका नाम मुक्तेंद्र कुमार(Muktendra Kumar IRS) है. दोस्तों इनका जन्म बेहद साधारण और दलित परिवार में हुआ था.

यह भी पढ़े – UPSC success story: ससुराल वाले रोज मारते पीटते थे फिर अपने बेटी को लेकर मायके लौट आई पिता के कहने पर upsc की तैयारी की और सफलता प्राप्त की

Also read: Success Story: यूपी के बलिया का लाल अपनी मेहनत के बदौलत सीधे सेना में बना लेफ्टिनेंट, बेटे की कामयाबी देख मां के आंखो से बहते रहे आंसू, जानिए पूरी कहानी

UPSC Success Story Muktendra Kumar: आज भी हमारे देश में लोग जाती देखते है लेकिन अब धीरे-धीरे ये परचलन खत्म होती जा रही है और लोग टैलेंट देख रहे है. जाती नहीं. दोस्तों मुक्तेंद्र कुमार(Muktendra Kumar IRS) के बारे में बताया जाता अहि की ये बचपन से ही पढने में काफी तेज-तरार छात्र थे. इनका जन्म उत्तरप्रदेश के बिजनौर में हुआ था.

दोस्तों वैसे तो यूपीएससी की परीक्षा आसान नहीं है यह परीक्षा देश की सबसे सर्वश्रेष्ठ परीक्षा में गिनती की जाती है. और यह परीक्षा और मुश्किल हो जाती है. जब आपके पास उचित संसाधन नहीं हो. पढने के लिय अच्छे कोचिंग संसथान में एडमिशन के लिए पैसे नहीं हो.

UPSC Success Story: दोस्तों कुछ ऐसा ही हुआ था मुक्तेंद्र कुमार(Muktendra Kumar IRS) के साथ इनका बचपन आर्थिक तंगी से होकर गुजरा है इनके पिता एक दलित और तिहारी मजदूर थे. लेकिन अपने घर की स्थिति को देखते हुए मुक्तेंद्र कुमार ने पूरी जान झोंक दी यूपीएससी की तैयारी करने में और 23 मई का दिन मुक्तेंद्र कुमार(Muktendra Kumar IRS) के जीवन के सबसे ख़ुशी का दिन था क्यूंकि उसी तारीख को उन्हें यूपीएससी में सफलता मिली थी.

यह भी पढ़े – UPSC success story: पिता की मृत्यु के बाद मां ने बेटे को दूध बेचकर पढ़ाया बेटे ने UPSC की परीक्षा में मारी बाजी

दोस्तों जैसे ही मुक्तेंद्र कुमार(Muktendra Kumar IRS) को यूपीएससी की परीक्षा में सफलता मिली उनसे अधिक ख़ुशी उनके मजदूर पिता को मिला उनके लिए एक नई सहारा बने. अब मुक्तेंद्र कुमार(Muktendra Kumar IRS) अपने खराब घर को ठीक करवा सकेंगे अपनी छोटी बहन की शादी अच्छे घर में कर सकेंगे. उनके पिता ईट धोते थे धुप में अब उन्हें ये काम नहीं करना पड़ेगा.

Sonu Roy is originally a resident of Samastipur district of Bihar, has been working as a writer in digital journalism for the last 4 years. In his career of 4 years, he has good experience from politics, automobile, motivation, sports to technology field.