दोस्तों अभी के समय में अगर कोई महिला कोई कोई काम करने की सोचती है तो कुछ लोग उनके काम में अर्चन दाल देते है. और कहते है एक महिला हो कर ये सब काम करेगी. तो वही कुछ लोग ये भी बोलते है की ये काम महिला का नही है. ये पुरुषो का काम है.
दोस्तों आज हम एक ऐसी महिला के बारे में बात करने वाले है जो लोगो के बातों को इग्नोर कर आज एक अच्छी जीवन जी रही है. दोस्तों हम जिस साहसी महिला के बारे में बात कर रहें है उसका नाम अर्चना पांडेय है. जिन्होंने लोगों के बातों के तानों को सुनकर अपना एक नया रास्ता चुन ली.
आपको बता दे की अर्चना पांडेय बिहार की एक महिला कैब ड्राइवर बनी हैं. बता दे की अर्चना पांडेय को बचपन से ही गाड़ी चलाने का शौक था. और सबसे खास बात यह है की अर्चना पांडेय ने इसी को अपना करियर चुनी. बता दे की अर्चना पांडेय पटना की रहने वाली है.
आपके जानकारी के लिए बता दे की अर्चना पांडेय करीब दो साल से कैब चला रही हैं. बताया जा रहा है की अर्चना पांडेय इसी से चार बच्चों का पालन पोषण करती है. बता दे की अर्चना पांडेय सिर्फ शहर में ही नही बल्कि बिहार से वाहर का भी सफर तय करती है.