UPSC Success Story: दोस्तों परीक्षा चाहे किसी भी चीज़ का हो. चाहे वो आपके जिन्दगी के साथ हो या फिर कुछ और. आपको मेहनत करना ही पड़ेगा. क्योकि जब तक आप मेहनत नही करते तब तक आपको सफलता नही मिल सकती. अगर आप कड़ी मेहनत और ईमानदारी से किसी भी एग्जाम में सामिल होते है. तो निश्चित ही सफलता आपके हाथ आएगी.
यह भी पढ़े –आधुनिक तरह से खीरे की खेती करते है विनेश कुमार, कमाते है लाखों रुपया जानिये विनेश का तरीका
एसडीएम अरनव मिश्रा UPSC एग्जाम में पास कर बने थे IAS
Success Story: चाहे आप किनता भी उचा पद पर हो. उसके बाबजूद भी अगर आप आगे की तैयारी करते है. तो आगे भी आपको सफलता मिलती ही रहेगी. कुछ ऐसे ही कहानी है. एसडीएम अरनव मिश्रा(Arnav Mishra) की. जिन्होंने पहले यूपीएससी की परीक्षा में सफल होकर आईएएस बने थे. फिर कुछ दिन के बाद ही पीसीएस की परीक्षा में सफलता हासिल कर SDM बन गए.
एसडीएम अरनव मिश्रा उत्तर प्रदेश के निवासी है
UPSC Success Story: अरनव मिश्रा(Arnav Mishra) मूल रूप से उत्तर प्रदेश के रायबरेली के निवासी है. उनके पिताजी का नाम अजय मिश्रा है. जो की वो एक वरिष्ठ अधिवक्ता है. वही उनका माँ का नाम नीता मिश्रा है. जो की एक शिक्षिका है. अरनव बचपन से ही पढाई में बहुत आगे रहे है. साथ ही उनकी बड़ी बहन जिनका नाम आरुषि मिश्रा है.
एसडीएम अरनव मिश्रा की सफलता में ज्यादा योगदान उनकी बड़ी बहन का था
UPSC Success Story: जो की यह भी देश के प्रशासनिक सेवा में अपना भूमिका निभा रही है. अरनव मिश्रा(Arnav Mishra) को इतनी बड़ी सफलता मिलने में सबसे ज्यादा इनके बहन आरुषि मिश्रा का योगदान रहा है. IIT की पढाई पूरा करने के प्रश्चात अरनव कुछ दिन तक जॉब भी किये. इसके प्रश्चात ही उन्होंने देश के सबसे कठिन एग्जाम की तैयारी शुरु कर दिए थे.
एसडीएम अरनव मिश्रा UPSC के साथ साथ दिए थे PCS का एग्जाम
Success Story: और साथ ही उन्होंने PCS की एग्जाम की भी तैयारी कर दोनों एग्जाम में सामिल हुए थे. और जब अरनव मिश्रा(Arnav Mishra) UPSC का परिणाम आया तब उनका नाम पहले लिस्ट में नही था. किन्तु दुसरे ही लिस्ट में उनका नाम आ गया था और वो आईएएस बन गए थे.
एसडीएम अरनव मिश्रा 16वी रैंक प्राप्त कर बने है SDM
Success Story: लेकिन उन्होंने एक और एग्जाम PCS का दिए थे. जिसका परिणाम उनके आईएएस ज्वाइन करने के बाद मिली जिसमे अरनव(Arnav Mishra) ने 16वी रैंक प्राप्त किये थे. जिसके बाद उन्होंने आईएएस छोर कर SDM बन गए. और ऐसा कर उन्होंने अपना मुकाम हासिल किये.