इन दिनों पेट्रोल की कीमतें आसमान छू रही हैं। दिन ब दिन दाम बढ़ता जा रहा है। इसका सीधा असर हमारी जेब पर हो रहा है। खास करके मिडिल क्लास और लोअर इनकम वाले वर्ग पर। जो लोग अपने काम के सिलसिले में या ऑफिस के लिए पेट्रोल वाले वाहन का इस्तेमाल करते हैं, उन पर अतिरिक्त खर्च का बोझ बढ़ रहा है।
ऐसे में अब इलेक्ट्रिक बाइक और साइकिल की डिमांड बढ़ रही है। कई बड़ी कंपनियां इस तरह के E व्हीकल बना रही हैं। ऐसा ही एक स्टार्टअप बिहार के मुजफ्फरपुर के रहने वाले प्रशांत कुमार ने शुरू किया है। वे नई टेक्नोलॉजी पर बेस्ड E साइकिल बनाकर देशभर में सप्लाई कर रहे हैं। पिछले 8 महीने में उन्होंने 250 से ज्यादा E साइकिल की सेल की है और 25 से 30 लाख रुपए का बिजनेस जेनरेट किया है।
हार्ले डेविडसन की तर्ज पर बाइक डेवलप कर रहे थे, लॉकडाउन लगा तो E साइकिल लॉन्च की
52 साल के प्रशांत कुमार ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से मास्टर्स करने के बाद 10 साल तक सेल्स मार्केटिंग का काम किया। इसके बाद कुछ सालों तक मोटर बनाने वाली कंपनियों के साथ काम किया। फिर उनकी दिलचस्पी बढ़ी तो अलग-अलग मोटर्स को लेकर रिसर्च करना शुरू कर दिया। उन्होंने परमानेंट मैग्नेट जेनरेटर (PMG) भी डेवलप किया। इसकी कामयाबी के बाद इलेक्ट्रिक बाइक डेवलप करने को लेकर उन्होंने काम शुरू कर दिया।
प्रशांत कहते हैं कि मार्च 2020 में हार्ले डेविडसन की तर्ज पर मैं एक क्रूज इलेक्ट्रिक बाइक लॉन्च करने वाला था। सबकुछ लगभग तैयार हो गया था। तभी लॉकडाउन लग गया। ये हमारे लिए मुश्किल समय था। क्योंकि पैसे के साथ-साथ हमने बहुत ज्यादा वक्त भी इस पर खर्च किया था। कुछ दिनों तक इंतजार किया कि सब कुछ ठीक हो जाएगा, लेकिन कोरोना के हालात दिन पर दिन बिगड़ते जा रहे थे और लॉकडाउन भी बढ़ता जा रहा था।
इसी बीच मन में ख्याल आया कि क्यों न बाइक की जगह इलेक्ट्रिक साइकिल ही लॉन्च कर दी जाए। इसमें लागत भी कम होगी और लोग आसानी से खरीद भी सकेंगे। फिर अगस्त में हमने दिल्ली में एक जगह ली और काम शुरू कर दिया।
अभी 10 लोग उनकी टीम में काम कर रहे हैं। हर दिन 10 से ज्यादा साइकिल वे तैयार कर रहे हैं। अभी 300 से ज्यादा साइकिलों का एडवांस ऑर्डर उन्हें मिला है। प्रशांत कहते हैं कि हम E साइकिल तैयार करने के लिए रॉ मटेरियल दिल्ली से खरीदते हैं, फिर अपनी फैक्ट्री में उसे डेवलप करते हैं। एक साइकिल को बनाने में 20 से 22 हजार रुपए की लागत आती है। जबकि कस्टमर्स को वे 35 हजार रुपए में सप्लाई करते हैं।
क्या है इस इलेक्ट्रिक साइकिल की खासियत?
आमतौर पर इस तरह की साइकिल में हब मोटर लगी होती है, लेकिन यह साइकिल मिड ड्राइव मोटर टेक्नोलॉजी पर बेस्ड है। इसका फायदा यह है कि हम इसे बैट्री और पैडल दोनों से चला सकते हैं। जब हम पैडल मारकर चलाएंगे तो मोटर बंद हो जाएगी। इससे हमारी बैट्री पावर की बचत होगी।