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लॉकडाउन में बाहर निकलने वाले लोगों पर लाठियां बरसाती पुलिस के वीडियो और फोटो आपने बहुत देखे होंगे। लोगों को घरों में रोकने के लिए पुलिस को भले ही उग्र होना पड़ता हो, लेकिन इससे अलग पुलिस का एक पॉजिटिव पहलू भी है। अस्पतालों में भर्ती कोरोना संक्रमण से जूझ रहे मरीजों को समय पर ऑक्सीजन मिल सके, इसके लिए पुलिस ग्रीन कॉरिडोर बनाकर ऑक्सीजन टैंकर्स को गंतव्य तक पहुंचा रही है।

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जयपुर ट्रैफिक पुलिस ग्रीन कॉरिडोर बनाकर ऑक्सीजन टैंकर्स को अलवर जिले के भिवाड़ी से प्रदेश के अन्य जिलों तक पहुंचाने में अहम रोल अदा कर रही है। 24 अप्रैल से 15 मई तक यानी 22 दिन में ट्रैफिक पुलिस 104 ऑक्सीजन टैंकर्स को ग्रीन कॉरिडोर बनाकर गंतव्य जिलों तक पहुंचा चुकी है। ये टैंकर भिवाड़ी से जयपुर, अजमेर, जोधपुर, उदयपुर, कोटा, झालावाड़ व अन्य जिलों में पहुंचाए गए हैं।

ग्रीन कॉरिडोर के लिए 12 इंटरसेप्टर और अन्य पुलिस की गाड़ियां लगाई

DCP ट्रैफिक ​​​​​​आदर्श सिद्धू ने बताया कि ग्रीन कॉरिडोर के लिए जयपुर यातायात पुलिस की 12 इंटरसेप्टर गाड़ियां लगा रखी हैं। इनमें एक इंटरसेप्टर पर एक SI या ASI सहित चार पुलिसकर्मियों का जाब्ता रहता है। इसके अलावा हर प्वाइंट पर दो से तीन पुलिसकर्मी तैनात रहते हैं। इसके अलावा संबंधित क्षेत्र के थाने की एक गाड़ी भी ग्रीन कॉरिडोर में ट्रेफिक पुलिस का सहयोग करती है।

तीन कंट्रोल रूम से होती है मॉनिटिरिंग

ऑक्सीजन टैंकर जब भी भिवाड़ी या अन्य ऑक्सीजन प्लांट से रवाना होता है। तब जिला कलेक्ट्रेट कंट्रोल रूम से सूचना जयपुर पुलिस कमिश्नरेट के कंट्रोल रूम को भेजी जाती है। इसके बाद अजमेरी गेट स्थित जयपुर ट्रैफिक पुलिस के कंट्रोल रूम को सूचना मिलती है। इसके बाद ऑक्सीजन टैंकर के रवाना होने वाली जगह से गंतव्य जिले तक का रूट मेप तैयार किया जाता है। इंटरसेप्टर को जयपुर जिले की बॉर्डर पर कुछ घंटे पहले ही भेज दिया जाता है। इसके बाद टैंकर के जयपुर जिले की सीमा में प्रवेश करने पर उसे अन्य जिले की सीमा तक ग्रीन कॉरिडोर बनाकर पहुंचा दिया जाता है।

कोरोना के मरीज को समय पर ऑक्सीजन मिले, इस फर्ज को मुस्तैदी से निभा रही है ट्रैफिक पुलिस

DCP ट्रैफिक आदर्श सिद्धू ने बताया कि कोरोना महामारी में उपचाराधीन मरीजों तक सही समय पर ऑक्सीजन पहुंचे। इसके लिए जयपुर ट्रैफिक पुलिस ने ऑक्सीजन टैंकर्स को एक जिले से दूसरे जिले तक पहुंचाने के काम को एक अभियान के रूप में लिया है। इसके लिए ASP सतवीर सिंह, ACP आलोक सैनी, ट्रेफिक कंट्रोल रुम में एएसआई रामचंद्र, कांस्टेबल राकेश चौधरी व अन्य अफसरों की मॉनिटरिंग में ग्रीन कोरिडोर की व्यवस्था बनाई है। हाइवे से लेकर शहरों की सड़कों से गुजरते वक्त काफी परेशानी आती है।

ग्रीन कोरिडोर की वजह से दूरी के हिसाब से हम समय से पहले टैंकर को दूसरे जिलों में सफल हो पा रहे हैं। इसके लिए पूरी ट्रैफिक पुलिस टीम लगी हुई है। इसके अलावा जयपुर यातायात पुलिसकर्मी दिन रात 12-12 घंटे की ड्यूटी भी नाकाबंदी प्वाइंट पर दे रहे हैं। कोरोना को हराने और लॉकडाउन का पालना करने और कराने के लिए हर मोर्चे पर हमारा सिपाही मुस्तैद है।

साभार – dainik bhaskar

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