UPSC Success Story: दोस्तों सिविल सेवा एग्जाम (UPSC) को देश का सबसे कठिन परीक्षाओ का दर्जा मिला है. जिसमे स्टूडेंट लाखो की शंख्या में समलित होते है. किन्तु बहुत कम स्टूडेंट ही इस एग्जाम में सफल हो पाते है. और कुछ स्टूडेंट ऐसे भी होते है. जो कठिन परिश्रम के साथ पहले ही बार में सफलता हासिल कर लेते है. ऐसे ही कुछ कहानी है. राम भजन कुम्हार(Ram Bhajan Kumhar) की.

Ram Bhajan Kumhar
Ram Bhajan Kumhar

UPSC Success Story: राम भजन कुम्हार (Ram Bhajan Kumhar) मूल रूप से दौसा जिले के बापी गांव के रहने वाले है. जिन्होंने पैसो के लिए पत्थर तोड़ने का काम किए फिर मेहनत के साथ पढाई कर बने कांस्टेबल उसके बाद किये सिविल सेवा की तैयारी जिसमे लगातार असफल होने के बाद 8वी प्रयास में हासिल किये पुरे देश में 667 वी रैंक.वही उनकी पारिवारिक हालत के बारे में बात करे तो

UPSC Success Story: राम भजन(Ram Bhajan Kumhar) की परिवार की हालत सही नही थे. उनके पिता कन्‍हैया लाल कुम्‍हार (Kanhaiya Lal Kumhar) जो की पहले अपने ही गाँव में आइसक्रीम बेचने का काम करते थे. उससे भी परिवार न चला तब उन्होंने अपने ही गाँव में इंडस्ट्रियल एरिया में पत्थर तोड़ने का काम करने लगे. जिसके कुछ दिनों बाद ही उन्हें अस्थमा की बीमारी हो गई.जिसके बाद उन्होंने काम छोड़ दिया.

UPSC Success Story: जिसके बाद परिवार चालने के लिए राम भजन(Ram Bhajan Kumhar) और उनकी माँ पत्थर तोड़ने के काम पर जाते थे. साथ ही पढाई भी करते थे. राम भजन अपना सुरुआती पढाई अपने गाँव के ही स्कूल से पूरा किये है. उन्होंने अपनी 10th और 12th की पढाई के बाद स्नातक में नामाकन के दौरान ही विचार कर लिए थे की उन्हें गवर्मेंट नौकरी करनी है. जिसके बाद राम भजन पुलिस भर्ती में फॉर्म भर एग्जाम में सामिल हुए.

UPSC Success Story: और सफलता प्राप्त कर पुलिस कांस्टेबल बने. कुछ सालों तक पुलिस कांस्टेबल की नौकरी करने के बाद राम भजन(Ram Bhajan Kumhar) सिविल सेवा की तैयारी के बारे में सोचे और तैयारी कर (UPSC) की एग्जाम में सामिल हुए जिसके बाद राम भजन निरंतर 7 बार सिविल सेवा एग्जाम में असफल हुए. फिर भी उन्होंने बिना हार मने 8वी बार सिविल सेवा एग्जाम में सामिल हुए और 8वी बार में उन्होंने इस कठिन एग्जाम में 667 वी रैंक लाकर सफलता हासिल किये.