भारत-भूटान ट्रेन सेवा: एक नया पर्यटनीय संधि का आगमन

भारतीय रेलवे के यात्रीगण के लिए एक बड़ी खुशखबरी है! अब वे ट्रेन से विदेश यात्रा का आनंद उठा सकते हैं। भारतीय रेलवे जल्द ही भारत और भूटान के बीच अंतरराष्ट्रीय ट्रेन सेवाएं शुरू करने की योजना बना रहा है। विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने इस सम्बंध में जानकारी देते हुए बताया कि इस ट्रेन सेवा का आयोजन भारत के असम राज्य से भूटान की राजधानी थिम्पू तक किया जाएगा। इस सेवा का मुख्य उद्देश्य दोनों देशों के बीच पर्यटन को बढ़ावा देना है।

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भूटान: पर्यटन की नई दिशा

विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने बताया कि भूटान पर्यटकों की आवाजाही के लिए काफी उत्सुक है। उन्होंने इस ट्रेन सेवा के माध्यम से दोनों देशों के बीच सैर सपाटे और आपसी विशेषता को बढ़ावा देने की संभावना को साझा किया।

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प्रगति की दिशा में

यह ब्रीफिंग में डॉ. एस जयशंकर ने मामले की प्रगति के बारे में भी चर्चा की। उन्होंने बताया कि वर्तमान में भारत और भूटान के बीच रेल लिंक पर वार्ता चल रही है और उनका उद्देश्य अधिक पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए अधिक संभावनाएं प्रदान करना है। यह स्थानीय आर्थिक विकास के साथ-साथ दोनों देशों के बीच मित्रता और सहयोग की नई मिशाल स्थापित कर सकता है।

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नया द्वार पर्यटकों के लिए

इस नई अंतरराष्ट्रीय ट्रेन सेवा के लांच से, भारत के यात्रीगण को न केवल नए स्थलों का अन्वेषण करने का मौका मिलेगा, बल्कि वे दोनों देशों की सांस्कृतिक धरोहर और विविधता का भी आनंद उठा सकेंगे। यह सेवा सहयोग और समर्थन से भरपूर होने की आवश्यकता है ताकि यह सपना एक सफल रेलवे उपयोगकर्ता की दिशा में बढ़ सके।

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नए संधि की खोज में

इस सशक्तिकरण के साथ, भारत और भूटान की समृद्धि की साथी यात्रा की नयी दिशा की ओर बढ़ रहे हैं। यह विकासी योजना दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत कर सकती है और नये आरामदायक विकल्पों की सृजनात्मकता को बढ़ावा देने में मदद कर सकती है। इस सफल पहलु के साथ, भारतीय रेलवे एक नये युग की शुरुआत करता है, जिसमें ट्रेनें सिर्फ यातायात के साधन नहीं, बल्कि दोनों देशों के बीच मित्रता और विकास की पारंपरिक बातचीत के स्रोत भी हो सकती हैं।