Highest Fixed Deposit Interest Rates: वित्तीय निवेश विकल्पों की विविधता में से एक है फिक्स्ड डिपॉजिट (FD)। इसमें रुपया एक निर्धारित समय अवधि के लिए डिपाजिट कर दी जाती है और उस अवधि के दौरान नियमित ब्याज दर प्राप्त की जाती है। भारत में फ़िलहाल तो यह एक सुरक्षित और लाभदायक निवेश विकल्प माना जाता है, जो विभिन्न वित्तीय संस्थानों के द्वारा प्रदान किया जाता है।
एक प्रमुख नॉन-बैंकिंग संस्थान, “यूनिटी स्मॉल फाइनेंस बैंक” (Unity Small Finance Bank ) में फिक्स्ड डिपॉजिट के ब्याज दर में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. अब Unity Small Finance Bank सबसे ज्यादा 9.5% का व्याज दे रहा है.
यूनिटी स्मॉल फाइनेंस बैंक की इस समय की FD पर ब्याज दरें
- 91 से 6 महीने के लिए FD करने पर 5.75% ब्याज का व्याज मिलेगा. सीनियर सिटीजन को 0.50% अधिक व्याज मिलेगा.
- 1001 दिन की एफडी पर सबसे ज्यादा 9% का व्याज मिल रहा है. वहीँ वरिष्ठ नागरिक को 9.60% का व्याज मिल रहा है.
यूनिटी स्मॉल फाइनेंस बैंक के फिक्स्ड डिपॉजिट के मुख्य फायदे:
सुरक्षित निवेश: फिक्स्ड डिपॉजिट एक सुरक्षित निवेश विकल्प है क्योंकि निवेशक अपनी प्राथमिक धनराशि को खोने का जोखिम नहीं उठाता है। बैंकों जैसे संस्थानों के द्वारा प्रदान किया जाने वाला एफडी बैंक की अवस्था पर निर्भर होता है, जिससे वह सुरक्षित होता है।
नियमित ब्याज दर: फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेशकों को नियमित अवधि तक निश्चित ब्याज दर प्राप्त होती है। इससे वे अपने निवेश के लिए अच्छे रिटर्न की उम्मीद कर सकते हैं।
विभाजित ब्याज के लाभ: कुछ बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट में ब्याज ब्याजानुसार विभाजित करते हैं, जिससे निवेशकों को नियमित अवधि पर ब्याज के रूप में पैसे मिलते रहते हैं। यह रिवेन्यू के रूप में उपयुक्त हो सकता है और निवेशकों को नियमित इनकम का एक स्रोत प्रदान कर सकता है।
निवेश की अवधि का चयन: एफडी में निवेशक निवेश की अवधि का चयन कर सकते हैं, जिससे वे अपनी वित्तीय लक्ष्यों के अनुसार निवेश कर सकते हैं। इससे वे लंबे अवधि के लिए या छोटे अवधि के लिए निवेश कर सकते हैं, जैसा कि उनकी आवश्यकता हो।
यूनिटी स्मॉल फाइनेंस बैंक में फिक्स्ड डिपॉजिट के ब्याज दर समय-समय पर परिवर्तित होती रहती है। बैंक विभिन्न अवधियों के लिए विभिन्न ब्याज दरें प्रदान करता है जिनमें विभिन्न रूपों में ब्याज दरें शामिल होती हैं, जैसे कि साधारण नागद एफडी, सेनियर सिटिजन एफडी, महिला एफडी आदि। इन ब्याज दरों में छोटे अवधि से लेकर लंबे अवधि तक के लिए विकल्प उपलब्ध होते हैं।