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IAS Success Story: माँ के साथ सड़क पर चूड़ियां बेचा करते थे, सपने के लिए छोड़ दिए थे नौकरी, आज है IAS ऑफिसर

IAS Success Story

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IAS Success Story: दोस्तों अभी के समय में कई ऐसे आईएएस या आईपीएस अधिकारी होते है जो आर्थिक हालतों का सामने करते हुए. अपने जीवन में सफलता पाए हो. आज के स्टोरी उन लोगो के लिए है जो कहते है की विक्लांग लोग अपने जीवन में कुछ नही कर सकते है.

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दोस्तों आज हम जिस IAS अधिकारी के सफलता के बारे में बात करने वाले है. जो विक्लांगता को हरा कर अपने सपने को पूरा किए है. जिन्होंने इतना बड़ा कारनामा किए है उनका नाम रमेश घोलप है. जो परिवारिक जिम्मेदारियों का सामना करते हुए. सफलता पाए.

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आपको बता दे की रमेश घोलप का बचपन विक्लांगता में बिता. लेकिन सबसे खास बात यह है की ये सब कुछ होने के बाबजूद भी उन्होंने कभी बैसाखी का सहारा नही लिए. दोस्तों वो कड़ी कठिनाईयों का सामना करने के बाद आज वो आईएएस रमेश घोलप के नाम से जाने जाते है.
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दोस्तों आईएएस रमेश घोलप मूल रुप से महाराष्ट्र के रहने वाले है. आपके जानकारी के लिए बता दे की रमेश घोलप ने बिना किसी कोचिंग के पहले ही प्रयास में यूपीएससी की परीक्षा पास कर गए. जिसमे उन्हें 287 रैंक मिला. तब वो साल 2012 में आईएएस बन.

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