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IAS Niranjan Kumar: पिता के छोटे से दुकान में खैनी बेची, फिर अपने मेहनत के बदोलत बने IAS

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IAS Niranjan Kumar: दोस्तों अभी के समय अगर इंसान के अंदर कुछ कर गुजरने का जज्बा हो तो वो बड़ा से बड़ा लक्ष को हासिल कर सकता है. चाहे वो कितना ही बड़ा इम्तिहान क्यूँ न हो दोस्तों अभी के समय में हर किसी का सपना होता है की वो अपने जीवन में सफल इंसान बने जिसके लिए वो दिन रात मेहनत करता है.

दोस्तों सिर्फ सपने देखने से ही मंजिल नही मिल जाती है. इसके लिए इंसान को कड़ी मेहनत करनी पड़ती है. दोस्तों आज हम बात करने वाले है आईएएस निरंजन कुमार के सफलता के बारे में. दोस्तों निरंजन कुमार मुख्य रुप से बिहार के नवादा जिले के रहने वाले है.

आपको बता दे की निरंजन कुमार ने कड़ी महनत के दम पर यूपीएससी 2020 में अपने दूसरे प्रयास के साथ 535वां रैंक हासिल किया था. दोस्तों बताया जा रहा है की निरंजन कुमार ने पहले प्रयास में 728वां रैंक हासिल किया था. दोस्तों इन्ही की तरह ही बहुत से युवा हर साल यूपीएससी क्लियर करते हैं.

अब आप यह भी जान ले की निरंजन कुमार के पिता का नाम अरविंद कुमार है. जो छोटी सी खैनी की दुकान से अपने परिवार का पेट पालते थे. अब जब उन्होंने अपने बेटे को अधिकारी बनता देखा तो उनके लिए वो किसी सपने से कम नही था. दोस्तों निरंजन कुमार के पिता इस दुकान से हर महीने मात्र 5000 रुपये जुट पाते थे.

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