अभी वनिला 40 हजार रुपये किलो बिक रहा है और पिछले साल इसकी रेट 28 हजार रुपये किलो थी. वनिला की रेट में काफी बदलाव होते रहते हैं और इसकी बढ़ने वाली रेट आपके लिए अच्छी कमाई का जरिया बन सकती है
आप भी कभी आईसक्रीम खाते हैं तो आपने देखा होगा कि कई लोगों की ‘वनिला’ फ्लेवर की आइसक्रीम सबसे पसंदीदा होती है. हो सकता है कि आपको भी वनिला फ्लेवर की ही आईसक्रीम अच्छी लगती हो
लेकिन, क्या आप आईसक्रीम को एक शानदार टेस्ट देने वाला ‘वनिला’ आपको मालामाल भी बना सकता है. दरअसल, इसकी खेती करके कई किसान अच्छा पैसा कमा रहे हैं
यह एक तरीके से मसालों में गिना जाती है और दक्षिण भारत में कई किसान इसकी खेती करते हैं
खास बात ये है कि वनिला की बाजार में काफी डिमांड है. साथ ही इसकी रेट भी काफी ज्यादा है, जो 40 हजार रुपये किलो तक है. हाल ही में टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट में बताया गया है कि अभी वनिला 40 हजार रुपये किलो बिक रहा है और पिछले साल इसकी रेट 28 हजार रुपये किलो थी
वनिला की रेट में काफी बदलाव होते रहते हैं और इसकी बढ़ने वाली रेट आपके लिए अच्छी कमाई का जरिया बन सकती है. इसकी डिमांड भारत से ज्यादा विदेश में है, जहां भी लोग इसे महंगे भाव में खरीदने के लिए तैयार है. अभी दक्षिण भारत में काफी लोग इसकी खेती कर रहे हैं, वहीं गोवा में भी लोग यह उगा रहे हैं
कैसे कर सकते हैं खेती
भारतीय मसाला बोर्ड की रिपोर्ट की माने तो पूरी दुनिया में जितनी भी आइस्क्रीम बनती है, उसमें से 40% वनीला फ्लेवर की होती हैं. ऐसे में इसकी डिमांड काफी ज्यादा रहती है. इसका कई तरह से इस्तेमाल किया जाता है. बता दें कि वनीला आर्किड फैमिली का सदस्य है. इसकी बेल लगती है और तना भी लंबा होता है
इसकी फलियां लगती हैं और इसमें फूल भी लगते हैं और इनसे ही इसके बीज मिलते हैं. ऐसे में इसके लिए आपको ज्यादा स्थान की आवश्यकता नहीं है.
वनीला की फसल को ह्यूमिडिटी, छाया और मध्यम तापमान की जरूरत होती है. आप किसी भी राज्य में इस तरह का वातावरण बना सकते हैं, इसके लिए आपको कुछ एक्सट्रा एफर्ट करने होंगे. शेड हाउस बनाकर भी आप इसका तापमान मेंटनेन कर सकते हैं
साथ ही गर्मियों में इसे उगाया जा सकता है, क्योंकि इसे 25 से 35 डिग्री तक का तापमान चाहिए और थोड़ा मैनेज करके यह तापमान परकरार रख सकते हैं. यह उन जगहों पर ज्यादा अच्छा उगता है, जहां पहले से काफी पेड़ हैं. दरअसल, पेड़ के बीच में से आने वाली संतुलित धूप से इसकी पैदावार अच्छी होती है