‘पापा, मैं आपकी बेटी हूं, दान की वस्तु नहीं’, 2018 बैच की आइएएस तपस्या परिहार ने अपनी शादी में यह कह कर अपना कन्यादान करने से पिता को रोक दिया. हालांकि, शादी की बाकी रस्में हुईं. बता दे की मध्य प्रदेश के पचमढ़ी में 12 दिसंबर को नरसिंहपुर निवासी 2018 बैच की आइएएस तपस्या परिहार का विवाह आइएफएस गर्वित गंगवार के साथ हुआ। इस विवाहोत्सव में तपस्या ने सभी को हैरान कर देने वाला कदम उठाया। पिता जब उनका कन्यादान करने पहुंचे तो उन्होंने पिता को रोक दिया। बोलीं कि मैं दान की चीज नहीं, आपकी बेटी हूं पापा। उनके इस निर्णय की अब सर्वत्र प्रशंसा हो रही है।
जानकारी के लिए बता दे की मध्यप्रदेश के नरसिंहपुर जिले के छोटे से गांव जोवा में 2018 बैच की आईएएस महिला अफसर तपस्या परिहार की शादी आईएफएस अधिकारी गर्वित गंगवार से हुई। बताया जा रहा है की शादी के दौरान जब कन्यादान की रस्म का वक्त आया तो बेटी ने अपने पिता को रोक दिया, वे बोली मैं कोई दान की चीज नहीं हूं, आपकी बेटी हूं। इस प्रकार इस बेटी ने अपनी शादी में कन्यादान की रस्म नहीं करवाई, यह बात सुनकर हर कोई इस शादी की चर्चा करता नजर आया, क्योंकि हिंदू रीति रिवाजों के अनुसार शादी में बेटी के कन्यादान की रस्म जरूर होती है। लेकिन यह शादी बिना कन्यादान की रस्म के सम्पन्न हुई, जिसमें पूरा परिवार भी सहमत नजर आया।
आपको बता दे की यूपीएसपी की परीक्षा में उन्होंने 23वां स्थान पाया. उनका जन्म नरसिंहपुर जिले के जोवा गांव में ही हुआ है. नरसिंहपुर के केंद्रीय विद्यालय से उन्होंने स्कूली पढ़ाई पूरी की. इसके बाद पुणे स्थित इंडिया लॉ सोसाइटीज कॉलेज से उन्होंने कानून की पढ़ाई की. उनकी शादी गर्वित गंगवार से हुई. गंगवार भी आइएफएस अफसर हैं.