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IPL में चेन्नई के दबदबे की वजह: टीम के 10 खिलाड़ी किसी भी वक्त मैच पलटने में माहिर

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चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने शुक्रवार को कहा कि पिछले साल प्लेऑफ में जगह बनाने से चूकने के बाद उनके लिए अच्छी वापसी करना महत्वपूर्ण था और उन्हें खुशी है कि उनकी टीम इसमें सफल रही और चैंपियन बनी। चेन्नई ने फाइनल में कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) को 27 रन से हराकर चौथी बार इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का खिताब जीता। चेन्नई की खिताबी जीत में धोनी की रणनीति और अनुभव का असर साफ तौर पर नजर आया, जिससे लीग में सीएसके का दबदबा बना रहा। धोनी ने अहम मौकों पर गेंदबाजी में बदलाव किए और उसके हिसाब से फील्डिंग सेट की, जिसका टीम को फायदा मिला।

जब आईपीएल के दूसरे फेज की शुरुआत दुबई में हुई तो रवींद्र जडेजा, रॉबिन उथप्पा, फाफ डुप्लेसिस और ऋतुराज गायकवाड़ ने शानदार बल्लेबाजी की।वहीं, गेंदबाजी में जोश हेजलवुड और दीपक चाहर ने दमखम दिखाया। गौर करने वाली बात यह है कि धोनी ने पिछले कुछ साल में अपनी कोर टीम बनाए रखी। इनमें धोनी के अलावा ब्रावो, इमरान ताहिर, जडेजा, रैना, रायुडू और डुप्लेसिस आदि खिलाड़ी शामिल हैं।

बरकरार रखा खिलाड़ियों का आत्मविश्वास धोनी ने खराब वक्त आने पर भी अपनी टीम पर भरोसा बनाए रखा। इसके अलावा पिछले सीजन में खराब प्रदर्शन के बावजूद उन्होंने अपने खिलाड़ियों का मनोबल नहीं टूटने दिया। अब धोनी का यही भरोसा टीम की कामयाबी की अहम वजह बना।

आईपीएल 2020 में चेन्नई को फिसड्डी बनाने वाली बल्लेबाजी आईपीएल 2021 के दौरान सबसे बड़ी ताकत बनकर उभरी। पिछले सीजन में शेन वॉटसन ने 11 मैचों में 299 रन बनाए थे। इसके बाद धोनी ने ओपनिंग में सैम करन को आजमाया, लेकिन वह भी कुछ खास नहीं कर सके। पिछले सीजन में सिर्फ डुप्लेसिस और अंबाती रायुडू ने ही दम दिखाया। डुप्लेसिस ने 13 मैचों में 449 रन और रायुडू ने 12 मैचों में 359 रन बनाए थे। आईपीएल 2021 में चेन्नई के टॉप-3 बल्लेबाजों ने शानदार फॉर्म दिखाई।

ऋतुराज 16 मैचों में 635 रन के साथ पहले, डुप्लेसिस 16 मैचों में 633 रन के साथ दूसरे और मोईन अली 15 मैचों में 357 रन के साथ तीसरे स्थान पर हैं। इन तीनों ने टीम को कई मुकाबलों में जीत दिलाई। वहीं, चौथे नंबर पर मौजूद रायुडू ने भी 15 मैचों में 257 रन बनाए। जब चेन्नई को जरूरत पड़ी, तब जडेजा ने कई तूफानी पारियां खेलीं।

चेन्नई के बल्लेबाजों ने टीम की कामयाबी की इबारत लिखी, जिसमें गेंदबाजों ने भी अहम योगदान किया। शार्दुल ठाकुर और दीपक चाहर ने विरोधी टीमों को पस्त कर दिया। पावरप्ले के दौरान दीपक चाहर ने लगातार विकेट चटकाए। वहीं, शार्दुल ने मिडिल ओवर्स में बार-बार शिकार किए। इनके अलावा जोश हेजलवुड और रवींद्र जडेजा ने भी अहम मौकों पर विपक्षी टीम को रन बनाने से रोका और विकेट चटकाए। ड्वेन ब्रावो ने अपनी सटीक यॉर्कर से कई मैचों में सीएसके को जीत दिलाई।

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