अब आप दूसरे खाते में IMPS के जरिए दो लाख के बजाए 5 लाख रुपए ट्रांसफर कर पाएंगे। आरबीआई ने तत्काल भुगतान सेवा (IMPS) के जरिए लेनदेन लिमिट राजाना दो लाख से बढ़ाकर पांच लाख रुपये कर दी है। National Payments Corp of India (NPCI) का IMPS सिस्टम ग्राहकों को 24 घंटे पैसा ट्रांसफर करने की सुविधा देता है। इसमें internet banking, mobile banking apps, bank branches, ATMs, SMS और IVRS सर्विस शामिल है। इस सर्विस को 2014 में शामिल किया गया था। तब इसमें कोई ट्रांजैक्शन 2 लाख से ऊपर का नहीं हो सकता था।
बता दें भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) की तत्काल भुगतान सेवा (आईएमपीएस) एक महत्वपूर्ण भुगतान प्रणाली है, जो 24×7 तत्काल फंड ट्रांसफर की सुविधा प्रदान करती है। वर्तमान में एसएमएस और आईवीआरएस के अलावा अन्य चैनलों के लिए 2 लाख रुपये है। एसएमएस और आईवीआरएस चैनलों के लिए प्रति लेनदेन सीमा ₹5000 है। वहीं SMS और IVRS चैनल के लिए प्रति ट्रांजैक्शन लिमिट 5000 है। अब RTGS भी राउंड द क्लॉक हो रहा है। RBI ने कहा कि RTGS के बाद अब IMPS के सेटलमेंट साइकिल को बढ़ाने के लिए ऐसा किया गया है।
रिजर्व बैंक गवर्नर शक्तिकांत दास की मुख्य बातें
- भारतीय रिजर्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष 2021-22 में देश की वास्तविक जीडीपी में 9.5 फीसद की तेजी का अनुमान लगाया है।
- इस वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में जीडीपी की वृद्धि दर 7.9 फीसद, तीसरी तिमाही में 6.8 फीसद और चौथी तिमाही में 6.1 फीसद।
- वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही में देश की वास्तविक जीडीपी 17.1 फीसद रह सकती है।
- वित्त वर्ष 2021-2022 में सीपीआई मुद्रास्फीति 5.3 फीसद रह सकती है। पिछली बैठक में 5.7 फीसद का अनुमान लगाया गया था।
- दूसरी तिमाही में महंगाई दर 5.1 फीसद रह सकती है, तीसरी तिमाही में 4.5 और चौथी तिमाही में यह 5.8 फीसद हो सकती है।
- वित्त वर्ष 2022-2023 की पहली तिमाही में सीपीआई मुद्रास्फीति 5.2 फीसद रह सकती है।
- रेपो रेट 4% और रिवर्स रेपो रेट 3.35% पर स्थिर
- आईएमपीएस की सीमा को दो लाख रुपये से बढ़ाकर पांच लाख रुपये किया गया।