उत्तर बिहार की बिजली संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए महत्वपूर्ण डगमारा परियोजना का रास्ता साफ हो गया है। एनएचपीसी (नेशनल हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड) के पदाधिकारियों की टीम सुपौल पहुंची और बिहार के ऊर्जा मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव के साथ बैठक की। टीम द्वारा स्थल निरीक्षण किया गया।
जिलाधिकारी महेंद्र कुमार ने बताया कि टीम द्वारा स्थल निरीक्षण के बाद अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) आदि की प्रक्रिया की जाएगी। बिहार सरकार ने परियोजना एनएचपीसी को सौंप दी है। इसके तहत 730 मीटर का बराज बनेगा। पूर्वी और पश्चिमी कोसी तटबंध का जलजमाव क्षेत्र कोसी बराज पर अप स्ट्रीम होगा। परियोजना का कैचमेंट एरिया 61 हजार 972 वर्गमीटर है।
एनएचपीसी की टीम में जीएम विवेक द्विवेदी, हाइड्रोलॉजी के श्यामधर शुक्ला, जियोलॉजी के सुनील गणवीर, सचिवालय से प्रबंध निदेशक आशीष रंजन, बीएचपीसी के चीफ इंजीनियर सर्वेश्वर कटियार, कंसल्टेंट कंपनी रॉड्रिक इंटरनेशनल के चीफ इंजीनियर आलोक पाठक शामिल थे। टीम ने परियोजना स्थल का मुआयना किया और हर संबंधित पहलू की बारीकी से जांच पड़ताल की।