IPS Success Story: सरकारी ऑफिस जाने पर हर बार बहुत चक्कर लगाने के बाद भी काम नहीं हुआ, फिर उसी समय तय किया की उन्हें सरकारी ऑफिसर बनना है

IPS Success Story:दोस्तों सभी के जीवन में कोई न कोई मंजिल होता है जिसको वो पूरा करने के लिए जी जान लगा देता है. दोस्तों आज के इस खबर में हम एक ऐसे आईपीएस ऑफिसर के बारे में बात करने वाले हैजिन्होंने आठ साल की उम्र में खोया पिता को फिर भी नही भूली अपने सपने को.

दोस्तों हम जिस आईपीएस के सफलता के बारे में बात कर रहें है उनका नाम अपराजिता राय है. जो साल 2010 में पहली बार यूपीएससी परीक्षा दी थी. जिसमे उन्होंने 768वीं रैंक हासिल. जिसके बाद उनके माँ के चेहरे पर मुस्कुराहट आ गई. जो की अपने आप में ही बहुत बड़ी बात है.

आपके जानकारी के लिए बता दे की अपराजिता राय जब किसी काम से सरकारी ऑफिस गयीं. जिसमे उन्हें हार परेशान हुयीं. और बहुत चक्कर लगाने के बाद भी उनका काम नहीं हुआ. जिसके बाद अपराजिता राय ने उसी जगह पे ठाना की उसे उसे बड़ा होकर सरकारी ऑफिसर ही बनना है.

आपको बता दे की अपराजिता राय सिक्किम की रहने वाले है. और सबसे खास बात यह है की अपराजिता राय सिक्किम की पहली महिला आईपीएस ऑफिसर हैं. बताया जा रहा है की अभी तक वहां से कोई भी इस के लिए चयनित नहीं हुयी. बता दे की सिक्किम में यूपीएससी क्या होता है ये बहुत ही कम लोग जानते है.