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यह कहानी है हलैना थाने के गांव हिसामड़ा की उस महिला की, जिसने जिन दो बेटों को पढ़ा लिखाकर काबिल बनाया, उन्होंने ही उसका साथ छोड़ दिया। महिला अपनी पीड़ा लेकर संभागीय आयुक्त प्रेमचंद बेरवाल की जनसुनवाई में पहुंची तो वहां मौजूद सभी अधिकारी भी सकते में आए गए। हुआ यूं कि महिला महादेवी (68) के पति की मृत्यु 31 मार्च 2020 को हो गई। पति ने मृत्यु से पहले एक कागज पर पत्नी के लिए लिखा था कि दोनों बेटे प्रतिमाह आपस में प्यास से रहेंगे। पत्नियों की बात पर ध्यान नहीं देंगे। हर महीने मां को तीन-तीन हजार रुपए देंगे। मां जहां भी इच्छा से रहना चाहती है, उसे वहां रहने देंगे। महिला ने बताया कि दोनों बेटे वायु सेना में कार्यरत हैं और उनकी पत्नियां सरकारी नौकरी में है। बेटे उसे भूल चुके हैं और उसका ध्यान भी नहीं रख रहे हैं। खुद का पेट भरने के लिए दर-दर की ठोकर खानी पड़ रही है।

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पीडि़ता महादेवी ने बताया कि जब बेटा और बहू ने दो वक्त की रोटी देने से मना कर दिया तो गांव में ही रह रही है। महादेव की बहन ने उसे सहारा दिया। अब महादेवी अपनी बहन के घर रहकर गुजर बसर कर रही है। संभागीय आयुक्त पीसी बेरवाल ने संबंधित एसडीएम को 15 दिन में पीडि़ता के दोनों बेटों को पाबंद कर भरण पोषण की व्यवस्था कराने के निर्देश दिए।

संभागीय आयुक्त प्रेमचंद बेरवाल ने कलक्ट्रेट सभागार में जनसुनवाई से पूर्व विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारियों से विभागीय योजनाओं की प्रगति के संबंध में समीक्षा बैठक के दौरान निर्देशित करते हुए कहा कि राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप पीडि़त मानवता की सेवा के लिए आर्थिक रूप से गरीब एवं पिछड़े वर्गों के लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए प्राथमिक स्तर पर ही सम्बंधित विभाग नियमित जनसुनवाई करें। संभागीय आयुक्त बेरवाल नेे समस्त जिला स्तरीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे बैठक में उपस्थित होने से पूर्व विभागीय योजनाओं की प्रगति के संबंध में अपडेट होकर आएं।

इससे प्रभावी रूप से समीक्षा की जा सके। उन्होंने निर्देश दिए कि राज्य सरकार की ओर से संचालित विकास एवं जनकल्याणकारी योजनाओं से पात्र व्यक्तियों को शत-प्रतिशत लाभान्वित कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने जेवीवीएनएल के अधीक्षण अभियंता को निर्देश दिए कि वे सर्वे कराकर टेड़े विद्युत पोल, ढीले एवं निचले तारों को तत्काल ठीक कराएं। इससे इनसे होने वाली जनहानि को रोका जा सके। उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिए कि वे विभागीय व्यक्तिगत लाभकारी योजनाओं के लम्बित प्रकरणों को समयसीमा में निस्तारित करें, इससे पात्र महिला एवं बालिकाओं को लाभान्वित कराया जा सके।

उन्होंने खनि विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे सिलकोसिस बीमारी की रोकथाम के लिए लीजधारकों को पाबंद करें कि खनन करते समय श्रमिकों को मास्क लगाने एवं पानी का छिड़काव करें। इससे श्रमिकों की सुरक्षा के साथ-साथ वायु प्रदूषण को भी नियंत्रित किया जा सके। सम्भागीय आयुक्त ने जेवीवीएनएल के अधीक्षण अभियंता को कार्रवाई के निर्देश दिये। गौरीशंकर कॉलोनी निवासी वीरप्रताप सिंह पुत्र राजवीर सिंह की ओर से नगर निगम में कन्वर्जन फाईल मार्च 2020 में जमा कराने एवं 2 लाख 30 हजार रूपये की राशि जमा कराने के पश्चात भी कन्वर्जन नहीं किए जाने की शिकायत पर उन्होंने शीघ्र खसरा इम्पोज कराकर कन्वर्जन करने के निर्देश नगर निगम आयुक्त को दिए।

तहसील भुसावर के ग्राम निठार निवासी शिशुपाल सिंह पुत्र सिरमौर जाटव की ओर से पिता की सिलकोसिस बीमारी के कारण मृत्यु हो जाने पर उनको सहायता राशि नहीं मिलने की शिकायत पर सम्भागीय आयुक्त ने खनिज विभाग एवं श्रम विभाग के अधिकारियों को समन्वय कर समस्या का निस्तारण करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता, एडिशनल एसपी वंदिता राणा, एडीएम प्रशासन बीना महावर, एडीएम शहर केके गोयल, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राजेन्द्र सिंह चारण, नगर निगम के आयुक्त डॉ राजेश गोयल, श्रम विभाग के संयुक्त श्रम आयुक्त ओपी सहारण आदि उपस्थित थे।

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