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बिहार के कई जिला में उद्योग और फैक्ट्री लगाने के लिए निवेशकों का लाइन लग गया है. कभी अडानी और अंबानी फूड प्रोसेसिंग यूनिट लगाने का प्रस्ताव बिहार को देते है तो कभी हिंदुस्तान यूनिलीवर बिहार में 500 करोड़ के लागत से उद्योग लगाने का निर्णय लेती है. इसी कड़ी में 20 और नई फैक्ट्री और उद्योग लगाने का प्रस्ताव बिहार को मिला है. इसके तरत 13 राइस मिल और चीनी मिल का फैक्ट्री लगाया जायेगा. 529 करोड़ को स्वीकृती मिल गई है.

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Image Credit : Google Image

बिहार राज्य निवेश प्रोत्साहन परिषद की एक बैठक में 529 करोड़ के निवेश को स्वीकृति दे दी गई है. ये 529 करोड़ में से 213 करोड़ खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में लगाये जायेंगे. बाकि बचे रूपये विभिन्न क्षेत्र में निवेश किये जायेंगे. 110 करोड़ की लागत से राइस मिल का उद्योग लगाया जायेगा. साथ ही करीब 80 करोड़ से चीनी मिल खोली जाएगी.

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वैशाली जिला को सबसे ज्यादा अहमियत मिल रही है. 213 करोड़ की लागत से खाद्य उद्योग बिहार के वैशाली जिला में ही खोला जायेगा. जिसमे टोमेटो केच-अप, टमेटो पेस्ट और न्यूट्रिसनल पावडर जैसे का उत्पादन होगा. 90 करोड़ गोपालगंज जिला के चीनी मिल में लगाया जायेगा. मछौलिया सुगर इंडस्ट्रीज जो पश्चिम चंपारण जिला में स्थित है उसमे 27 करोड़ खर्च होंगे. इसी जिला के हरिनगर सुगर मिल्स लिमिटेड के लिए 80 करोड़ आबंटित किये गए है.

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राज्य में कुल 13 राइस मिल लगाया जायेगा . इसके लिए 110 करोड़ की राशी तय की गई है. यह सभी राइस मिल बिहार के विभिन्न जिला जैसे सीतामढ़ी , मधुबनी के विद्यानगर, किशनगंज के कासीपुर बेलवा, रोहतास के करघर, औरंगाबाद में खेरहरी, बांका ,पश्चिमी चंपारण, भोजपुर में जगदीश पुर और पूर्णिया जिला में लगानी है.

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