बिहार का पीला सोना कहे जाने वाले बालू का दाम सस्ता होने वाला है. बिहार में अब कुल 900 घाटों पर बालू का खनन होगा. पिछली बार 435 घाट पर बालू का खनन हुआ था. जिससे अक्सर बालू के दाम बढ़ जाते थे. तीन जिलों को छोड़ कर बाकि 35 जिलों में खनन नवम्बर से शुरू होगा. शेखपुरा , कटिहार और अररिया जिला में इस बार बालू खनन का काम नहीं होगा.

बिहार में इस बार बालू की किल्लत नहीं होगी. पटना सहित कुल 35 जिलों में बालू का खनन नवम्बर के पहले सप्ताह से शुरू होने वाली है. फ़िलहाल सभी घाटों पर बालू का खनन बंद है. अक्टूबर महीने में खनन की सारी बंदोबस्ती पूरा कर लिया जायेगा. ई-टेंडर के लिए प्रकिर्या शुरू कर दी गई. ज्यादा घाटों पर खनन होने से बिहार के सभी जिलों में प्रचुर मात्रा में बालू मिलगा. इससे सरकार के राजस्व भी बढ़ने का अनुमान है.
बालू की उपलब्धता बढ़ने से दाम में कमी आएगी. साथ ही 900 घाटों पर खनन होने से रोजगार का सृजन भी होगा. बिहार में बालू का पर्याप्त भंडार है. राज्य में निर्माण कार्य चलते रहेंगे. तीन जिला को छोड़ कर बाकि 35 जिलों में ई-टेंडर के लिए आवेदन मांगे जा रहे है. अक्टूबर में यह टेंडर की प्रक्रिया खत्म हो जाएगी. नवम्बर के पहले सप्ताह से बालू का खनन शुरू हो जायेगा.