Overview:
* पटनावासियों के लिए फिर से खुशखबरी
* * CM नितीश कुमार ने कच्ची दरगाह-बिदुपुर सिक्स लेन पुल का किया उद्घाटन
* सिर्फ 5 मिनट में पटना से राघोपुर का सफ़र होगा पूरा
Kacchi Dargah-Bidupur Ganga Bridge: राजधानी पटना में विकास रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है अभी तो राजधानी पटना में और तेजी से विकास किया जा रहा है क्योकिं बिहार में इलेक्शन का समय आ गया है. हाल ही में बिहार के CM नितीश कुमार के द्वारा राजधानी पटना में एक और सिक्स लेन पुल का उद्घाटन किया गया है. जिसका नाम कच्ची दरगाह-बिदुपुर सिक्स लेन पुल है. अब पटना में इस पुल का उद्घाटन हो जाने से राजधानी पटना से वैशाली जिले के राघोपुर शहर आने जाने में सिर्फ 5 मिनट का ही समय लगेगा.
जानकारी के लिए आपको बता दे की पिछले सोमवार को मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने कच्ची दरगाह-बिदुपुर सिक्स लेन परियोजना के प्रथम चरण में NH 31 से राघोपुर तक सिक्स लेन पुल का उद्घाटन किया है. जो पूर्ण रूप से बनकर तैयार है. हालाकिं इस पुल के कुछ हिस्से का काम अभी जारी है. राघोपुर से बिदुपुर तक का शेष कार्य अंतिम चरण में है. इसे अगले 3 महीनों में जल्द पूरा कर लिया जाएगा. उद्घाटन के साथ ही कच्ची दरगाह से राघोपुर तक यातायात की शुरुआत हो जाएगी.
कच्ची दरगाह-बिदुपुर सिक्स लेन पुल का निर्माण 19 किलोमीटर की लंबाई में किया जा रहा है. इस 19 किलोमीटर की परियोजना में 9.76 किलोमीटर का हिस्सा गंगा नदी पर बना है जिसका नाम एक्स्ट्रा डोज़्ड केबल स्टे ब्रिज है. इसकी चौड़ाई 32 मीटर है और इसे 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार के अनुरूप डिजाइन किया गया है. पटना में इस सिक्स लेन पुल निर्माण के लिए एशियन डेवलपमेंट बैंक से 3,000 करोड़ रुपये के ऋण लिया गया है. अभी तक राज्य सरकार द्वारा इस पुल के निर्माण में लगभग 2000 करोड़ रुपये खर्च किया जा चूका है.
एक्स्ट्रा डोज केबल ब्रिज की विशेषता यह है कि इसमें केबल्स को सीधे टावर से नहीं बल्कि डेक के नीचे एक बिंदु से दूसरे बिंदु तक विशेष ढंग से जोड़ा गया है. इससे इसकी संरचना न केवल अत्याधुनिक बनी है बल्कि मजबूती भी कई गुना अधिक है. यह निर्माण तकनीक भारत में गिने-चुने पुलों में इस्तेमाल हुई है. कच्ची दरगाह-बिदुपुर 6 लेन गंगा पुल के निर्माण होने से राघोपुर दियारा क्षेत्र के लोगों को राजधानी पटना से पूरे वर्ष के लिए रोड कनेक्टिविटी मिलेगी. इस क्षेत्र में कृषि और उद्योग सहित अन्य व्यवसायों का और तेजी से विकास होगा. आकस्मिक चिकित्सा की स्थिति में मरीजों को भी काफी सुविधा होगी.