Overview:
* बिहार से झारखंड का सफ़र बेहद आसान
* 1006 करोड़ रुपये से नई फोर लेन सड़क का निर्माण
* लोगों को समय की होगी बचत
Bihar New Four Lane: बिहार में विकास की प्रगति और भी कही ना कही तेज हो गई है क्योकिं इसी साल बिहार में विधानसभा का चुनाव होने वाला है इसलिए बिहार राज्य को अभी एक से बढ़कर एक शानदार फोरलेन सड़क और पुल – पुलिया का निर्माण का सौगात मिल रही है. हाल ही में बिहार राज्य को एक और नई फोरलेन सड़क का सौगात मिला है जो बिहार से निकलर झारखंड में प्रवेश करेगा. बिहार में इस नई फोरलेन सड़क का निर्माण हो जाने से बिहार से झारखंड जाना पहले से और आसान हो जायेगा.
जानकारी के लिए आपको बता दे की बिहार में इस नई फोरलेन सड़क का निर्माण बिहार के भागलपुर जिले के कहलगांव प्रखंड के एकचारी से झारखंड के गोड्डा जिले के महगामा तक में इस फोरलेन सड़क का निर्माण किया जायेगा. इस नई फोरलेन सड़क के निर्माण को लेकर फ़िलहाल अभी जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया तेज कर दी गई है. इसे लेकर सर्वे का काम भी इन जगहों पर शुरू कर दिया गया है. वही आपको हम बता दे की बिहार में इस नई फोर लेन सड़क का निर्माण 1006 करोड़ रुपये से किया जायेगा.
इस नई फोरलेन सड़क का निर्माण के लिए भागलपुर के कहलगांव अंचल में चार तो वहीं सन्हौला अंचल में 17 मौजा में जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा. यह फोरलेन सड़क एकचारी से महगामा तक 27.25 किलोमीटर में होगी जिसमें से 14.30 किलोमीटर ग्रीनफील्ड सड़क भागलपुर जिले में होगी. उसके आलावा लगभग 12 किलोमीटर तक वह फोरलेन सड़क झारखंड में रहेगा. इस फोर लेन सड़क के निर्माण के बाद खासकर बिहार के कहलगांव, पीरपैंती और सबौर गावं के लोगों को झारखंड के गोड्डा, देवघर और दुमका जाने में पहले से काफी सहूलियत मिलेगी और साथ में समय की भी बड़ी बचत हो जाएगी.
Bihar New Four Lane: नई फोर लेन सड़क हंसडीहा से देवघर के चौपा मोड़ के बीच मिलेगी. इस फोरलेन सड़क से एकचरी, महगामा, हंसडीहा से ग्रीनफील्ड होते हुए लोग बाबा बैद्यनाथ धाम देवघर पहुंचेंगे. इस फोरलेन सड़क के निर्माण हो जाने से सिर्फ दो घंटे में भागलपुर से देवघर की दूरी भी तय की जा सकेगी. बता दें कि एकचारी-महगामा फोरलेन सड़क पर बिहार का पहला एयरस्ट्रिप बनने की खबर सामने आई थी लेकिन किसी कारणवश इसे कैंसिल कर दिया गया. जमीन अधिग्रहण का काम को देखते हुए लोगों को द्वारा उम्मीद जताई जा रही है की इस नई फोर लेन सड़क का निर्माण कार्य ढाई साल में ही पूरा कर दिया जाएगा.