युवाओं के लिए प्रेरणा बनी उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के राजेश कुमार वर्मा की कहानी
सफलता की कहानी: राजेश कुमार वर्मा उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के रहने वाले है. उनका विकासखंड मनकापुर की ग्राम सभा ललकपुर में घर है. राजेश कुमार वर्मा की कहानी आज कई युवाओं के लिए प्रेरणा बन गई है. राजेश कुमार वर्मा ने जी तोड़ मेहनत करके खूब पढाई की थी. उन्होंने बीएससी और बीएड की पढ़ाई पूरी करने के बाद नौकरी की तलाश में निकले थे. राजेश ने सरकारी और निजी क्षेत्र में नौकरी पाने की बहुत कोशिश की लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी. जब उनको कही भी नौकरी नहीं लगी तो उनके मन में एक आईडिया आया की क्यों न खेती किया जाये.
राजेश के कहानी में आपको आगे बता दें की जब रोजगार के विकल्प खत्म हो गए. तब उन्होंने खेती को अपना करियर बनाने का निश्चय किया. उन्होंने सोच लिया था की वो पुराणी और पारंपरिक खेती नहीं करेंगे. तो पारंपरिक खेती से हटकर उन्होंने ताइवान पिंक अमरूद की खेती शुरू की. राजेश ने बताया कि उन्होंने यह निर्णय बाजार में बढ़ती जैविक उत्पादों की मांग और उच्च कीमतों को देखते हुए लिया.
राजेश ने खेती में केवल जैविक खाद और तकनीकी विधियों का उपयोग करना शुरू किया. पारंपरिक फसलों के बजाय उन्होंने उन्नत किस्म की अमरुद के पैदावार के बारे में जानकारी ली. फिर कही से उन्हें ताइवान पिंक अमरूद की खेती के बारे में पता चला. इस अमरूद की खासियत यह है कि इसकी पैदावार अधिक होती है. स्वाद बेहतरीन होता है और बाजार में मांग भी ज्यादा रहती है.
उन्होंने इस खेती के बारे में पूरी जानकारी लेने के बाद ताइवान पिंक अमरूद की खेती शुरू की. शुरुआत में राजेश को चुनौतियों का सामना करना पड़ा. धीरे धीरे उन्हें सफलता मिलने लगी. अब उनकी सालाना कमाई 1 से 2 लाख रुपये तक पहुंच चुकी है.