सरकारी स्कूल से की पढ़ाई, यूपीएससी पास कर बने असिस्टेंट कमांडेंट: हर्ष कुमार की प्रेरणादायक सफलता की कहानी
ठान लो तो कुछ ना मुमकिन नहीं है. इसी पर आधारित आज की कहानी है. मुज़फ्फरनगर उत्तर प्रदेश के छोटे से गांव से निकले हर्ष कुमार ने एक बहुत बड़ा उदाहरण पेश कर दिया है. हर्ष कुमार को देख कर यह साबित हो गया है की यदि आपके इरादे पक्के हों तो कोई भी मंजिल मुश्किल नहीं है. साधारण परिवार से आने वाले हर्ष कुमार ने सरकारी स्कूल से अपनी पढ़ाई की थी. आराम को तो छोड़ दीजिये जरुरत के सामान भी जुटाना मुश्किल था. इन सभी के बावजूद संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) परीक्षा में सफलता हासिल कर असिस्टेंट कमांडेंट का पद प्राप्त किया. उनके पिता सोहनवीर सिंह एक मेहनती व्यक्ति हैं जिन्होंने हर्ष की शिक्षा को प्राथमिकता दी . लगातार उन्हें हर कदम पर प्रेरित करते रहे थे.
हर्ष कुमार की पढ़ाई की शुरुआत गुरु राम राय पब्लिक स्कूल से हुई थी. यहीं पर उनकी शैक्षिक नींव मजबूत हुई . बचपन से ही वे देश सेवा को लेकर उत्साहित थे. वो हमेशा से जानते थे की उनको पढाई से ही कामयाबी मिलेगी इसलिए जो भी पढ़ा पुरे मन से पढ़ा. उनका पूरा कॉन्सेप्ट क्लियर था. सरकारी स्कूल से पढ़ाई करने के बावजूद हर्ष ने खुद पर विश्वास रखा. हर्ष लगातार कठिन परिश्रम से अपनी शैक्षिक योग्यता को निखारते रहते थे. उन्होंने 12वीं के बाद ग्रेजुएशन सरकारी कॉलेज से पूरा किया था. उसके तुरंत बाद उनको उन्होंने सीआईएसएफ (CISF) में सब-इंस्पेक्टर के रूप में भी काम किया.
हर्ष कुमार CISF में सब-इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत थे. उनके बाद उन्होंने अपने परिवार और गुरुजनों से मिले प्रोत्साहन के बल पर हर्ष ने यूपीएससी की तैयारी शुरू की. उनकी कठिन मेहनत स्पष्ट रणनीति ने उन्हें इस कठिन परीक्षा में सफल बनाया. हर्ष अपनी सफलता का श्रेय अपने परिवार और गुरुजनों को दिया.