लोग अक्सर सेल्फ डिफेन्स के लिए मार्शल आर्ट सीखते है. ऐसे में कई ऐसे भी विद्यार्थी होते है जो मार्शल आर्ट को प्रोफेशनल की तरह सीखते है. आज की कहानी भी कुछ ऐसी ही है. खबर की मुताबिक इंदौर की आर्या चौधरी की कहानी गर्व का विषय है. आर्या चौधरी की कहानी भी तो उन सभी बेटियों के लिए प्रेरणा है जो अपने सपनों को साकार करने का हौसला रखती हैं. आर्या का सफर इंदौर की गलियों से शुरू होकर उज़्बेकिस्तान के ताशकंद तक पहुँच गया. अब आर्या आगामी MMA वर्ल्ड चैंपियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व कर रही हैं.
आर्या से बात करने पर पता चला की आर्या का मार्शल आर्ट के प्रति रुचि का आरंभ हुआ था लेकिन सिर्फ सेल्फ डिफेंस के रूप में. लेकिन धीरे धीरे उनके रूचि में बढ़ोतरी होने लगी . वो बचपन से ही मार्शल आर्ट सीखती थी. धीरे धीरे समय बीतता गया और उनकी लगन और मेहनत ने इसे एक जुनून में बदल दिया. शुरुआती प्रशिक्षण के बाद आर्या ने एडवांस्ड मार्शल आर्ट्स की ओर कदम बढ़ाए. वो सभी तरह की दाव और पेच में निपुण हो रही थी. फिर वो टूर्नामेंट खेलने लगी. एक वक्त ऐसा आया की आर्या ने कई महत्वपूर्ण पदक और ट्रॉफियाँ अपने नाम की. उन्होंने देशभर में विभिन्न राज्यों में प्रतियोगिताओं में भाग लेकर गोल्ड मेडल हासिल किए.
इस सफर में आर्या का परिवार हर कदम पर उनके साथ रहा. परिवार ने उनके प्रशिक्षण, यात्रा हर प्रतियोगिता में हिस्सा लेने में उनका समर्थन किया. उनकी कड़ी मेहनत और परिवार के सहयोग से आर्या ने जो उपलब्धियाँ हासिल कीं. आर्या की कहानी बताती है कि अगर हौसला और समर्पण हो, तो कोई भी लक्ष्य दूर नहीं. उज़्बेकिस्तान में होने वाली MMA वर्ल्ड चैंपियनशिप में भारत के लिए खेलना आर्या का सपना था. अब आर्या चौधरी का सपना पूरा होने जा रहा है.