भीख मांगते बच्चों की किस्मत बदली, पुलिसवाले ने दी नई राह

दिल्ली में लाल किले के पास भीख मांगते बच्चों का जीवन बदलने वाले हेड कांस्टेबल थान सिंह आज एक प्रेरणा बन चुके हैं. आपको बता दें की आज से करीब 9 साल पहले की बात है वर्ष 2015 में हेड कांस्टेबल थान सिंह ने कुछ बच्चों की मदद करने की ठानी. वे अपने भविष्य को सड़कों पर भीख मांगने, कबाड़ बीनने और प्लास्टिक की बोतलें बेचने में बर्बाद कर रहे थे. विदेशियों से लेकर स्थानीय लोगों तक इन बच्चों का मजाक उड़ाया जा रहा था. लेकिन थान सिंह ने इन बच्चों के लिए एक नई राह तैयार की.

इस कहानी में आगे बढ़ते हुए आपको बता दें की लाल किले की पार्किंग में स्थित एक मंदिर का ताला खोलकर थान सिंह ने इन बच्चों के लिए “थान सिंह की पाठशाला” की शुरुआत की. उनकी पाठशाला में अब 100 से ज्यादा बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं. यहाँ बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ संस्कार भी दिए जाते हैं. वे समाज में एक बेहतर नागरिक बन सकें. थान सिंह की इस पहल ने बच्चों को सड़कों की जिंदगी से दूर कर दिया.

धीरे धरी वक्त बीता और थान सिंह अपने लक्ष्य के तरफ आगे बढ़ते रहे. आज आलम यह है की जो लोग कभी इन बच्चों का मजाक उड़ाते थे, वे आज थान सिंह की इस पहल की सराहना कर रहे हैं. थान सिंह का यह प्रयास आज एक बड़ा सकारात्मक रूप ले चुका है.

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