पाँच बेटियों की सफलता – माँ अनपढ़, पापा स्कूल ड्रॉपआउट, फिर भी बनी सभी बेटियाँ अफसर
राजस्थान के एक छोटे से गाँव के किसान सहदेव सहारण और उनकी पत्नी लक्ष्मी ने अपनी पाँच बेटियों को कड़ी मेहनत के साथ इस मुकाम तक पहुँचाया है कि आज उनकी बेटियाँ भारतीय प्रशासनिक सेवाओं (IAS) में अफसर हैं. जी हाँ दोस्तों आपने सही सुना यह कहानी है पांच बहनों की रोमा, मंजू, अंशु, रितु और सुमन की, जिन्होंने अपने माता-पिता के सपनों को सच कर दिखाया. आपको बता दें की सहदेव और लक्ष्मी दोनों ने शिक्षा प्राप्त नहीं की. दोनों ही ज्यादा पढ़े लिखे नहीं है लेकिन जब बात बेटियों की शिक्षा की आई तो दोनों से बस ठान लिया था की उनकी कोई भी बेटी अशिक्षित नहीं रहेगी. उन्होंने यह ठाना कि उनकी बेटियाँ जरूर पढ़ेंगी. खुद अनपढ़ होने के बावजूद लक्ष्मी ने बेटियों की पढ़ाई में कोई कसर नहीं छोड़ी. सहदेव, जो खुद स्कूल ड्रॉपआउट थे उन्होंने बेटियों के लिए पढ़ाई के महत्त्व को समझा.
जो परिवार पढाई लिखाई को महत्व देने लगते है फिर उनके सामने कोई भी समस्या नहीं रूकती. वो परिवार किसी भी हाल में पढाई को जारी रखती है. हालात कठिन थे परंतु पाँचों बहनों ने कभी हार नहीं मानी. उन्होंने ओपन स्कूल से अपनी बोर्ड परीक्षा पास की. आपको बता दें की साल 2021 में रोमा, मंजू, और अंशु ने एक साथ टॉप 100 रैंक में स्थान प्राप्त किया. इस खबर से सभी लोग अचंभित हो उठे.
रोमा एक खंड विकास अधिकारी के रूप में कार्यरत हैं. जहाँ वह ग्रामीण क्षेत्रों के विकास में अपना योगदान दे रही हैं. वहीं, मंजू ने आरएएस संबद्ध सेवाओं के अंतर्गत सहकारी विभाग में महत्वपूर्ण पद संभाला है. उनके साथ उनकी अन्य बहनों अंशु, रितु और सुमन भी प्रशासनिक सेवाओं में कार्यरत हैं .