जिस होटल में धोए बर्तन, अब उसी की मालकिन: 19 वर्षीय सामंथा की प्रेरणादायक कहानी
आज की कहानी पर तो निश्चित ही फिल्म बननी चाहिए. क्योकि यह कहानी है ही इतनी प्रेरणा दायक. मतलब ये कैसे हो सकता है की एक रेस्टोरेंट में बर्तन धोने वाली लड़की ने उस पुरे रेस्टोरेंट को ही अपने नाम कर लिया. यह तो सोच कर हो हम उर्जा से भर जाते है. यह कहानी है ओहियो की 19 साल की सामंथा की. सामंथा ने जिस होटल में 19 वर्ष में काम करना शुरू किया था अब तो उसी की मालकिन बन कर बैठी है. सामंथा ने अपनी मेहनत और लगन से वह हासिल किया जो किसी ने सोचा भी नहीं था. एक छोटे से रेस्त्रां में पॉट वॉशर के रूप में काम करने वाली सामंथा आज उसी रेस्त्रां की मालकिन बन चुकी है.
सामंथा का सफर बहुत साधारण और संघर्षपूर्ण रहा. वह अपने बचपन के सभी शौक को पुरे करते हुए कॉलेज की पढ़ाई के साथ-साथ वह उस रेस्त्रां में बर्तन धोने का काम शुरू की थी. उस वक्त उनकी उम्र मात्र 19 वर्ष की थी. अपनी पढ़ाई का खर्चा निकालने के लिए उसने पॉट वॉशर का काम करना शुरू किया, लेकिन उसके मन में हमेशा से एक बड़ा सपना था. रेस्त्रां के माहौल और वहां काम करने का जुनून उसे इस कदर प्रेरित करता था कि वह खुद को हमेशा उस रेस्त्रां का हिस्सा मानती थी.
एक दिन सामंथा को पता चला कि रेस्त्रां के मालिक इसे बेचना चाहते हैं. यह सुनकर उसके मन में एक नई उम्मीद जगी. सामंथा ने ठान लिया कि वह इस रेस्त्रां को खरीदेगी. हालांकि उसके पास इतनी बड़ी रकम नहीं थी. लेकिन उसने हिम्मत नहीं हारी और रेस्त्रां के मालिक से बातचीत की. उसकी मेहनत और समर्पण को देखते हुए मालिक ने उसे किस्तों में पैसे चुकाने की अनुमति दी. और वो रेस्टोरेंट उनका हो गया.