कंगना रनोट भले ही ट्विटर से बेदख़ल हो चुकी हैं, मगर इंस्टाग्राम पर उनके वही तेवर और तौर-तरीक़े बरक़रार हैं। कंगना लगातार कुछ ख़ास मुद्दों पर इंस्टा स्टोरी के माध्यम से अपनी बात रख रही हैं। पिछले दिनों गंगा नदी में तैरती लाशों की तस्वीरों पर कंगना भड़की थीं। अब पश्चिम बंगाल में चल रही राजनीतिक उथल-पुथल पर कंगना ने मुख्यमंत्री पर गुस्सा निकाला है। 

सोमवार को कोलकाता में सीबीआई दफ़्तर के सामने ममता बनर्जी के हंगामे को लेकर कंगना ने कड़े शब्दों में इंस्टा स्टोरी के ज़रिए अपनी बात रखी। कंगना ने लिखा- ममता अपने जालसाज़ी करने वाले लोगों को बचाने के लिए ख़ुद सीबीआई दफ़्तर पहुंच गयीं। लॉकडाउन तोड़कर 1000 टीएमसी के लोग सीबीआई दफ्तर पहुंच गये थे। सुरक्षा कर्मियों पर पत्थर फेंके। कंगना ने अंत में तंज़ कसते हुए लिखा- पश्चिम बंगाल ‘प्रजातंत्र की संरक्षक’ ममता के अधीन है। 

एक अन्य स्टोरी में कंगना ने एक ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा- लोगों को समझना चाहिए, जब हम बीजेपी को सपोर्ट करते हैं तो इंडिया को सपोर्ट करते हैं, मोदी या किसी अन्य को नहीं… यह सिर्फ़ राष्ट्रवाद और ग़ैर-राष्ट्रवाद का मुक़ाबला है।

इससे पहले कंगना ने एक वीडियो के ज़रिए गंगा में तैरती लाशों और मौजूदा हालात में विपक्ष दलों के हंगामे पर सवाल उठाये थे। कंगना ने कहा था- ”इस देश पर चाहे कोई विपत्ति आये, युद्ध आये या महामारी आये.. कुछ लोग होते हैं, जैसे बंदर-मदारी का तमाशा देखते हैं, वैसे साइड में खड़े हो जाते हैं। उम्मीद करते हैं, यह देश गिरे और वो तमाशा देखें। इस चीज़ का मज़ा उठायें। अब जैसे हमने कोरोना काल में ही देखा। एक बुजुर्ग महिला सड़क पर बैठी ऑक्सीजन ले रही थी।

उस इमेज को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भुनाया गया। पता चला, वो इमेज कोरोना काल की है भी नहीं। गंगा में लाशें तैर रही हैं, पता चला वो तस्वीरें नाइजीरिया की हैं। यहां के कुछ लोग हमारी पीठ में छुरा घोंप रहे हैं। वो किसी जाति या धर्म विशेष के नहीं हैं। वो कैरेक्टर हर जगह पाये जाते हैं।”

साभार – dainikjagran

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