शिवाजीनगर प्रखंड के शंकरपुर गांव निवासी 70 वर्षीय सन्नू मंडल उर्फ सीताराम मंडल को उनके दोनों पुत्रों ने घर से निकाल दिया है।
वे सख्त बीमार भी हैं।
बीमार हालत में पास के उत्क्रमित मध्य विद्यालय शंकरपुर में रहने को विवश हैं। वृद्ध ने जिलाधिकारी को एक आवेदन देकर न्याय दिलाने की गुहार लगाई है।
पीड़ित ने बताया कि राम नंदन मंडल एवं राम स्वार्थ मंडल पर आरोप लगाया है कि बारी-बारी से दोनों पुत्रों के घर रहने गया लेकिन किसी ने अपने घर में रहने नहीं दिया। 27 अप्रैल 2004 को छोटा पुत्र राम स्वार्थ मंडल ने 2 बीघा 10 कट्ठा जमीन धोखाधड़ी कर अपने कई मित्रों के नाम से केवाला करा लिया।
वे भारतीय खाद्य निगम कोलकाता में कार्यरत थे और वोलंटियर रिटायरमेंट लेकर अपने बड़े पुत्र रामनंदन मंडल को नौकरी दिला दिया।
वोलेंटिय रिटायरमेंट लेने के बाद उन्हें गुजर वसर के लिए सरकारी पेंशन या किसी प्रकार की सरकारी राशि नहीं मिलती है। जिससे उनके समक्ष भारी कठिनाई उत्पन्न हो गई है।