Inspiring Story: दोस्तों जीवन में सफलता मिलना कोई आसान काम नही है. इसके लिए दिन रात करी मेहनत करनी पड़ती है. दोस्तों आज हम एक ऐसे शक्स की सफलता की कहानी बताने जा रहें है जिनके माता पिता ज्यादा पढ़े-लिखे नहीं थे.
![महीने में छह हजार रुपये कमाने वाले का बेटा बना दारोगा, पिता की भर आईं आंखें, जाने संघर्ष की कहानी 2 image 1](https://apanabihar.com/wp-content/uploads/2024/04/image-1.png)
इसी लिए परिवार चलाने के लिए मुझे दिनरात मेहनत करते थे. सजो की उन्होंने महीने में नाइट शिफ्ट लगाकर 45 दिन काम किया, तब जाकर महीने के छह हजार रुपये कमाए, जिससे उन्हें बच्चों की पढ़ाई में कोई परेशानी न हो.
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दोस्तों उन्होंने बहुत ही कम संसाधनों में भी अपना शत-प्रतिशत दिया और एकसाथ दो बच्चों ने उप्र पुलिस में उप निरीक्षक पद प्राप्त कर उनका सिर गर्व से ऊंचा कर दिया. यह बात कहते हुए अर्जुन नगर, बारह खंभा निवासी बलवीर सिंह की आंखें खुशी के आंसुओं से नम हो गई.
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और तो और ये ख़ुशी का ही तो मौका था जो मिर्जापुर पुलिस अकादमी में 13 मार्च को हुए पुलिस पासिंग आउट परेड में उनका बेटा शिशांक कमलेश और पुत्री सिमरन कमलेश ने उप्र पुलिस में उप निरीक्षक पद हासिल किया.