जन अधिकार पार्टी के सुप्रीमो और पूर्व सांसद पप्पू यादव की गिरफ़्तारी के बाद बिहार में सियासी घमासान छिड़ गया है. सीएम नीतीश और बिहार सरकार की कार्यशैली पर खुद एनडीए के नेता ही सवाल उठा रहे हैं. एक ओर विपक्ष ताबड़तोड़ हमला बोल रहा है तो दूसरी ओर नीतीश के मंत्रिमंडल में शामिल मिनिस्टर भी बगावत पर उतर आये हैं. पप्पू यादव की गिरफ्तारी को ‘असंवेदनशील’ बताते हुए पशु एवं मत्स्य विभाग के मंत्री मुकेश सहनी ने नीतीश सरकार पर हमला बोला है.

बिहार सरकार में पशु एवं मत्स्य विभाग के मंत्री मुकेश सहनी ने पप्पू यादव की गिरफ़्तारी पर नाराजगी व्यक्त की. उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि “सेवा में लगे पप्पू यादव को गिरफ़्तार करना असंवेदनशील है।” मुकेश सहनी से पहले हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी भी अपनी सरेआम नाराजगी व्यक्त कर चुके हैं. उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि “कोई जनप्रतिनिधि अगर दिन-रात जनता की सेवा करे और उसके एवज़ में उसे गिरफ़्तार किया जाए ऐसी घटना मानवता के लिए ख़तरनाक है। ऐसे मामलों की पहले न्यायिक जाँच हो तब ही कोई कारवाई होनी चाहिए नहीं तो जन आक्रोश होना लाज़मी है।”

मंत्री मुकेश सहनी ने बताया कि “जनता की सेवा ही धर्म होना चाहिए। सरकार को जन प्रतिनिधि,सामाजिक संस्था एवं कार्यकर्ता को आमजन के मदद के लिए प्रेरित करना चाहिए। जन प्रतिनिधि को भी कोरोना गाइड्लाइन का सख़्ती से पालन करते हुए कार्य करना चाहिए। ऐसे समय में सेवा में लगे पप्पू यादव को गिरफ़्तार करना असंवेदनशील है।”

आपको बता दें कि बिहार के पूर्व सांसद और जाप प्रमुख पप्पू यादव को मंगलवार सुबह पटना में मंदिरी स्थित उनके आवास से पुलिस ने गिरफ्तार किया. पप्पू यादव सुबह के समय पीएमसीएच के कोविड वार्ड में गए थे. पटना पुलिस के मुताबिक उन पर बगैर अनुमति के घूमने, सरकारी कार्य में बाधा डालने और लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करने का आरोप है.

input – first bihar

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