सर्दियां शुरू हो गई है और इस मौसम में अंडे की मांग बहुत ज्यादा बढ़ जाती है. ऐसे में पोल्ट्री फार्मिंग से अच्छा बिजनेस खड़ा किया जा सकता है. यह ऐसा बिजनेस है जिसमें कम लागत लगाकर अधिक और जल्दी मुनाफा कमाया जा सकता है. पॉल्ट्री फार्मिंग में मुर्गी के अलावा बतख, बटेर, तीतर आदि पक्षी भी आते हैं. इसके लिए पोल्ट्री फार्मिंग का थोड़ा ज्ञान प्रशिक्षण लेकर ये बिजनेस शुरू किया जा सकता है. पोल्ट्री फार्मिंग का प्रशिक्षण जिले के कृषि विज्ञान केन्द्र फ्री में देता है. हालांकि यह बिजनेस को शुरू करने से पहले पोल्ट्री फार्मिंग की उचित कार्ययोजना और पोल्ट्री प्रबंधन की सख्त जरूरत होती है. चलिए इस लेख में जानते है पोल्ट्री फार्मिंग का बिजनेस कैसे शुरू कर सकते है:
पक्षियों का चयन
पक्षियों का चयन इस बात पर निर्भर करता है कि आप पॉल्ट्री फार्मिंग से किस तरह आमदनी लेना चाहते हैं. अगर आप अंडों का उत्पादन कराना चाहते हैं तो लेयर प्रकार की मुर्गियां खरीदनी होंगी, जिनमें ज्यादा अंडे देने की क्षमता होती है. अगर चिकन (मांस) बेचने का काम करना है तो ब्रायलर प्रकार के मुर्गें या पक्षी लेने होंगे. क्योंकि ब्रायलर किस्म के पक्षियों का मांस वजनदार होता है. मांस के लिए तितर, बटेर या बतख का भी चयन किया जा सकता है.
पूंजी की व्यवस्था करना
जमीन खरीदने से लेकर पोल्ट्री खरीदने के लिए खर्चा करना पड़ेगा. यदि आपके पास जमा पूंजी है, तो ठीक है, अन्यथा पोल्ट्री फार्मिंग लिए बैंक लोन भी देते है जिसमें खुद की 10% पूंजी लगानी भी पड़ सकती है.
बाजार चयन
पोल्ट्री फार्मिंग बिजनेस में अंडो और मांस को बेचने के लिए नजदीकी बाजार सबसे अच्छा रहता है, क्योंकि ऐसा करने से समय बचने के साथ-साथ ट्रांसपोर्ट का खर्च भी कम होगा. विभिन्न दुकानों, ढेलों और होटलों पर अंडे और मांस बिक जाते है. ट्रांसपोर्ट के लिए अगर आपको निजी वाहन हो तो सबसे सही है. खरीदारों से अच्छी जान पहचाना करने के बाद उन्हें अपनी जगह बुलाकर भी माल उठवाया जा सकता है.
कैसे मिलेगा बैंक से लोन और क्या है स्कीम ?
मुर्गी पाल के लिए मौजूद स्कीम को अलग-अलग बैंक में अलग-अलग नाम से जाना जाता है जैसे- भारतीय स्टेट बैंक यानी एसबीआई (SBI) में एसबीआई पोल्ट्री फार्म लोन या एसबीआई ब्रायलर प्लस पोल्ट्री फार्म लोन, आईडीबीआई बैंक में आईडीबीआई बैंक पोल्ट्री फार्म लोन, पंजाब नेशनल बैंक में पीएनबी पोल्ट्री फार्म लोन तथा बैंक ऑफ इंडिया द्वारा पोल्ट्री फाइनेंस नाम से जाना जाता है.सभी व्यवसायिक और सरकारी बैंक पोल्ट्री फार्मिंग के बिजनेस के लिए लोन देते है. जैसे भारतीय स्टेट बैंक में इस बिजनेस के लिए लोन का प्रावधान किया गया है. भारतीय स्टेट बैंक 3 लाख का लोन पांच हजार मुर्गियों के पोल्ट्री फार्म के लिए देता है. सबसे पहले बैंक जाकर लोन का एप्लिकेशन फॉर्म भरें और फॉर्म के साथ पहचान प्रमाण पत्र, पैन कार्ड, पासपोर्ट आकार की फोटो जैसे अन्य दस्तावेज लगाएं. जरूरी दस्तावेजों के साथ ही पॉल्ट्री फार्मिंग के प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करके बैंक मेनेजर के दे. बैंक इस पर विचार करके अपनी शाखा में चालू खाता खुलवाएगा और इसी खाते में लोन की रकम भेजी जाएगी. भारतीय स्टेट बैंक इस बिजनेस की कुल लागत का 75% तक लोन देता है. बैंक से 9 लाख रुपए के लोन लेकर 5 साल में चुकाना पड़ता है.
उपयुक्त जगह का चुनाव करना
पोल्ट्री फार्मिंग या मुर्गी पालन के लिए सबसे पहले मुर्गियों को रखने के लिए जगह की जरूरत पड़ती है. पॉल्ट्री लगाने के लिए, यदि आपके पास अपनी खुद की जमीन है तो बेहतर होगी क्योंकि इस बिजनेस का यह सबसे महंगा हिस्सा है. जगह का चुनाव पक्षियों की संख्या, पक्षियों का प्रकार, शहर से दूरी और लगाई जाने वाली पूंजी पर निर्भर करता है. ग्रामीण क्षेत्रों में शुरू की जाने वाली जगह पर शहर की तुलना में सस्ते मजदूर मिल जाते है. ऐसे ही नजदीक बाजार होने पर परिवहन (ट्रांसपोर्ट) का खर्चा और समय दोनों बचाता है. पोल्ट्री फार्मिंग छोटे और बड़े दोनों स्तर पर की जा सकती है जिसका मतलब कम और ज्यादा जगह से है. स्थान का चुनाव करते समय साफ पानी की उपलब्धता का ध्यान रखना भी जरूरी है
पक्षियों के लिए रखने के लिए जगह तैयार करना
पोल्ट्री फार्मिंग के लिए मुर्गों या अन्य पक्षियों के घर इतने बड़े होने चाहिए जिसमें अच्छे रख-रखाव से लेकर खाने-पीने और अंडे देने की उचित जगह हो. घर का बिछावन पक्का या कच्चा (फसल के अवशेष) हो सकता है. मुर्गियों को रखने की जगह बंद होने के साथ साथ थोड़ी हवादार भी हो. घर के अंदर पर्याप्त मात्रा में हवा और रोशनी की व्यवस्था रखनी चाहिए. जगह को हमेशा साफ रखना भी जरूरी है.
भोजन और देखभाल
अच्छा और लाभदायक बिजनेस के लिए खाने-पीने की उच्च गुणवत्तायुक्त पौष्टिक और सफाई युक्त व्यवस्था करनी चाहिए. देश में कई कंपनियां उपलब्ध हैं जो पोल्ट्री पक्षियों के लिए फ़ीड का उत्पादन करती हैं. साथ ही समय पर टिकाकरण करना न भूलें, क्योंकि मुर्गियों में जब बीमारी आती है तो बहुत जल्दी-जल्दी फैलती है और सभी पक्षियों के मरने की संभावना बढ़ जाती है.
बैंक से लोन लेने के लिए उपयुक्त दस्तावेज
पहचान प्रमाण पत्र (आधार कार्ड, वोटर आइडी, ड्राइविंग लाइसेन्स), पता प्रमाण पत्र (पासपोर्ट/ आधार कार्ड/ ड्राइविंग लाइसेन्स), पैन कार्ड, पासपोर्ट आकार की फोटो, पॉल्ट्री फार्म खोलने के लिए जगह का नक्शा, उसी बैंक का चालू खाता संख्या और बैंक अकाउंट स्टेटमेंट की फोटो कॉपी, सिक्योर्टी दस्तावेज, पॉल्ट्री फार्मिंग की प्रोजेक्ट रिपोर्ट की आवश्यकता पड़ती है.
आवेदन कहां करें (Where to Apply):
- आवेदन करने और अन्य जानकारी के लिए नजदीकी व्यवसायिक और सरकारी बैंक से संपर्क कर सकते हैं.
- या एसबीआई बैंक के लिए https://sbi.co.in/web/agri-rural/agriculture-banking/allied-activities/poultry-loan या https://sbi.co.in/web/agri-rural/agriculture-banking/allied-activities/poultry-loan वेबसाइट पर क्लिक करके जानकारी ली जा सकती है.
- आईडीबीआई बैंक के लिए https://www.idbibank.in/poultry-farming.asp वेबसाइट पर क्लिक करके जानकारी ली जा सकती है.
- पंजाब नेशनल बैंक के लिए https://www.pnbindia.in/document/agricultural-banking/Schemepdf वेबसाइट पर क्लिक करके जानकारी ली जा सकती है.
- बैंक ऑफ इंडिया के लिए https://www.bankofindia.co.in/PoultryDevelopment वेबसाइट पर क्लिक करके जानकारी ली जा सकती है.
- या https://www.nabard.org/content.aspx?id=599 वेबसाइट पर क्लिक करके जानकारी ली जा सकती है.