बिहार के बाहुबली नेता और आरजेडी के पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन (RJD Leader Shahabuddin Death) की मौत के बाद भी राजनीति और सियासत का सिलसिला लगातार जारी है. कोरोना से हुई मौत के बाद सोमवार को शहाबुद्दीन को दिल्ली के आईटीओ कब्रिस्तान में सुपुर्द ए खाक किया गया लेकिन इस दौरान उनके पुत्र ओसामा के कथित ट्वीट (Osama Saheb Tweet) से सियासत पूरे परवान पर रही. शहाबुद्दीन के बेटे और उनके उत्तराधिकारी कहे जाने वाले ओसामा साहब के नाम से हो रहे ट्वीट से लालू से लेकर उनके बेटे तेजस्वी यादव तक परेशान रहे.

ओसामा नाम के हैंडल से लगातार एक दर्जन के करीब ट्वीट किए गए जिससे अकाउंट की सत्यता पर सवाल खड़े होने लगे, बाद में यह स्पष्ट हो गया कि यह अकाउंट शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा का नहीं बल्कि फर्जी है. पिता को सुपुर्द-ए-खाक करने गए ओसामा ने खुद बताया कि उन्होंने इस तरह का कोई भी ट्वीट नहीं किया है. जिस अकाउंट से भी ट्वीट किए गए हैं वह फेक है. इससे पहले जब ओसामा साहेब नाम के हैंडल से ट्वीट हो रहे थे तो बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को भी ट्वीट करना पड़ गया था.

दरअसल, ओसामा के नाम से जिस अकाउंट से ट्वीट किया गया है उसमें लिखा गया था “अगर हमारे अब्बू डॉ. शहाबुद्दीन साहब अपनी जन्मभूमि सिवान में दफन नहीं हुए तो तेजस्वी यादव की राजनीति हमेशा के लिए जमीन में दफन हो जाएगी, इंशाअल्लाह!! ओसामा नाम के हैंडल से हुए इस ट्वीट के बाद तेजस्वी को भी ट्विटर पर सफाई में लिखना पड़ा. तेजस्वी ने लिखा कि “हम ईश्वर से मरहूम शहाबुद्दीन साहब की मग़फ़िरत की दुआ करते हैं और प्रार्थना करते हैं कि उन्हें जन्नत में आला मक़ाम मिले. उनका निधन पार्टी के लिए अपूरणीय क्षति है. राजद उनके परिवार वालों के साथ हर मोड़ पर खड़ी रही है और आगे भी रहेगी”.

मालूम हो कि ITO कब्रिस्तान के पास शहाबुद्दीन समर्थकों ने खुलकर लालू-तेजस्वी के खिलाफ नारेबाजी भी की थी. माहौल को भांपते हुए तुरंत नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर अपना सफाइनामा सबके सामने रख दिया। तेजस्वी ने अपनी सफाई में कहा है कि लालू प्रसाद यादव और उन्होंने खुद सरकार और स्थानीय प्रशासन से गुहार लगाई. खूब दवाब भी बनाया लेकिन सरकार कोरोना प्रोटोकॉल का हवाला देकर सिवान ले जाने की अनुमति नही दी.


तेजस्वी ने इसके लिए सरकार की हठधर्मिता को जिम्मेदार ठहराया.. यही नही तेजस्वी ने अपनी सफाई में ये भी कहा कि स्थानीय प्रशासन मोहम्मद शहाबुद्दीन को ITO के बजाए किसी दूसरे कब्रिस्तान में दफनाना चाहती थी लेकिन उन्होंने दिल्ली के कमिश्नर से खुद बातकर दिल्ली ITO कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-ख़ाक की अनुमति दिलाई।इसके अलावे नाराज प्रशंसको को मनाने के लिए तेजस्वी ने कहा है कि मोहम्मद शहाबुद्दीन के निधन से उनकी पार्टी को अपूरणीय क्षति हुई है..राजद उनके परिवारवालों के साथ हर मोड़ पर खड़ी रही है और आगे भी खड़ी रहेगी

input News18

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