बेकाबू कोरोना संक्रमण के पीछे बिहार में लॉकडाउन लगाने के विकल्प पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज एक बार फिर मंथन कर रहे हैं. मुख्यमंत्री आज डिप्टी सीएम समेत राज्य के तमाम आला अधिकारियों की मौजूदगी में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जिलों से फीडबैक ले रहे हैं. सभी जिलों के एसपी और डीएम एक-एक कर मुख्यमंत्री के साथ जुड़ रहे हैं और जिलों की ग्राउंड रियलिटी के बारे में जानकारी दे रहे हैं.

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसके पहले एक सोमवार को भी एक का हाई लेवल मीटिंग की थी. आज भी मुख्यमंत्री कोरोना की स्थिति को लेकर समीक्षा बैठक कर रहे हैं. इस बैठक में मिले फीडबैक के बाद मुख्यमंत्री यह तय करेंगे कि आगे बिहार में किस तरह की सख्ती बरतने की जरूरत है. लगभग आधा दर्जन जिलों को छोड़कर बाकी जिलों के डीएम ने नाइट कर्फ्यू को प्रभावी बताया है.

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक फिलहाल लॉकडाउन को लेकर जिला के अस्तर से कोई स्पष्ट फीडबैक मुख्यमंत्री को नहीं मिल पाया है.  माना जा रहा है कि जिला प्रशासन इस बात का इंतजार कर रहा है कि राज्य सरकार लॉकडाउन पर क्या फैसला लेती है.

बिहार में लॉकडाउन लगाया जाए या फिर वीकेंड लॉकडाउन इस फैसले के बीच फिलहाल सरकार संशय की स्थिति में है. सरकार में शामिल कुछ घटक दल लॉकडाउन की मांग कर रहे हैं. तो कुछ का मानना है कि लॉकडाउन से हालात और खराब होंगे. गरीबों पर इसका बुरा प्रभाव पड़ेगा और रोज कमाने और खाने वाले लोगों के सामने रोटी का जुगाड़ करना सबसे बड़ी चुनौती बन जाएगी.

input – first bihar

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